भारत में COVID-19 की वापसी! देशभर में 1,000 से अधिक मामले, केरल और दिल्ली में लगातार उछाल, 12 राज्यों में मिले नए केस!

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कोविड-19 की वापसी: नई सब-वेरिएंट्स की चेतावनी!

नई दिल्ली, 26 मई 2025: भारत में कोविड-19 (COVID-19) के मामले एक बार फिर तेजी से बढ़ रहे हैं, जिसने स्वास्थ्य विशेषज्ञों और आम जनता के बीच चिंता पैदा कर दी है। सरकारी आंकड़ों के अनुसार, देश में वर्तमान में 1,009 सक्रिय मामले हैं, जिनमें से 752 मामले हाल ही में दर्ज किए गए हैं। केरल 430 सक्रिय मामलों के साथ सबसे आगे है, जबकि दिल्ली में पिछले एक सप्ताह में 99 नए मामले सामने आए हैं, जिससे कुल सक्रिय मामले 104 हो गए हैं। इस उछाल के पीछे नए सब-वेरिएंट्स NB.1.8.1 और LF.7 का प्रभाव माना जा रहा है, जो विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) द्वारा ‘वेरिएंट्स अंडर मॉनिटरिंग’ के रूप में सूचीबद्ध हैं।

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कोविड-19 की स्थिति: कहां कितने मामले?

भारत में कोविड-19 के मामले कई राज्यों में फैल रहे हैं। केरल में 430 सक्रिय मामले हैं, जो देश में सबसे अधिक हैं। इसके बाद महाराष्ट्र में 209, दिल्ली में 104, गुजरात में 83, कर्नाटक में 47, उत्तर प्रदेश में 15, राजस्थान में 13, पश्चिम बंगाल में 12, हरयाणा में 9, आंध्र प्रदेष में 4 और मध्य प्रदेश में 2 मामले दर्ज किए गए हैं। कुछ राज्य और केंद्र शासित प्रदेश, जैसे अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, अरुणाचल प्रदेश, असम, हिमाचल प्रदेश, और जम्मू-कश्मीर, में वर्तमान में कोई सक्रिय मामले नहीं हैं।

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हालांकि, बिहार में सोमवार को इस लहर का पहला मामला सामने आया, जब पटना के एक 31 वर्षीय निवासी का टेस्ट पॉजिटिव आया। इस मरीज ने हाल ही में राज्य से बाहर यात्रा नहीं की थी, और उनकी स्थिति हल्की बताई जा रही है। पटना के सिविल सर्जन डॉ. अभिनाश कुमार सिंह ने कहा, “मरीज की स्थिति पर नजर रखी जा रही है, और सभी आवश्यक प्रोटोकॉल का पालन किया जा रहा है।”

नए सब-वेरिएंट्स: NB.1.8.1 और LF.7

भारतीय SARS-CoV-2 जीनोमिक्स कंसोर्टियम (INSACOG) के अनुसार, भारत में नए सब-वेरिएंट्स NB.1.8.1 और LF.7 की पहचान की गई है। तमिलनाडु में NB.1.8.1 का एक मामला और गुजरात में LF.7 के चार मामले दर्ज किए गए हैं। ये दोनों वेरिएंट्स JN.1 के वंशज हैं, जो ओमिक्रॉन का एक सब-वेरिएंट है। JN.1 वर्तमान में भारत में 53% नमूनों में प्रमुख है, इसके बाद BA.2 (26%) और अन्य ओमिक्रॉन सब-लाइनेज (20%) हैं।

विशेषज्ञों का मानना है कि इन नए वेरिएंट्स की उच्च संक्रामकता और जनसंख्या में घटती प्रतिरक्षा इस उछाल का कारण है। पूर्व ICMR वैज्ञानिक डॉ. रमन गंगाखेडकर ने कहा, “LF.7 और NB.1.8.1 JN.1 के वंशज हैं, और ये अधिक संक्रामक हैं, लेकिन गंभीर बीमारी का कारण नहीं बन रहे।” WHO ने इन वेरिएंट्स को ‘वेरिएंट्स ऑफ कंसर्न’ के बजाय ‘वेरिएंट्स अंडर मॉनिटरिंग’ के रूप में वर्गीकृत किया है, जिसका मतलब है कि इन पर नजर रखी जा रही है, लेकिन ये अभी गंभीर खतरा नहीं हैं।

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सरकारी सलाह और अस्पतालों की तैयारी

केंद्र और राज्य सरकारों ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए कदम उठाए हैं। पिछले सप्ताह, स्वास्थ्य सेवा महानिदेशालय (DGHS) ने सभी सरकारी और निजी अस्पतालों को तैयारी बढ़ाने का निर्देश दिया। इसमें वेंटिलेटर, Bi-Pap, ऑक्सीजन कॉन्सेंट्रेटर, और PSA जैसे उपकरणों की कार्यक्षमता सुनिश्चित करने, कर्मचारियों को प्रशिक्षण देने, और इन्फ्लुएंजा जैसी बीमारी (ILI) और गंभीर तीव्र श्वसन बीमारी (SARI) के मामलों की निगरानी करने के निर्देश शामिल हैं। दिल्ली में सभी अस्पतालों में मास्क अनिवार्य कर दिया गया है, और सभी पॉजिटिव नमूनों को जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए लोक नायक अस्पताल भेजा जा रहा है।

केरल, महाराष्ट्र, और कर्नाटक जैसे राज्यों ने अस्पतालों में मास्क अनिवार्य कर दिया है और लक्षण वाले व्यक्तियों, बुजुर्गों, गर्भवती महिलाओं, और गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं वाले लोगों के लिए विशेष सावधानी बरतने की सलाह दी है।

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क्या है चिंता का कारण?

हालांकि अधिकांश मामले हल्के हैं और अस्पताल में भर्ती होने की आवश्यकता नहीं है, कुछ राज्यों में कोविड से संबंधित मौतें दर्ज की गई हैं। महाराष्ट्र में चार, केरल में दो, और कर्नाटक में एक मौत हुई है, जो ज्यादातर अन्य गंभीर बीमारियों से पीड़ित मरीजों में हुई। विशेषज्ञों का कहना है कि कम टीकाकरण दर, सामाजिक मेलजोल में वृद्धि, और निवारक उपायों में ढील इस उछाल के लिए जिम्मेदार हो सकती है।

स्वास्थ्य विशेषज्ञ और सरकार का कहना है कि घबराने की जरूरत नहीं है, लेकिन सावधानी बरतना जरूरी है। मास्क पहनना, हाथों की स्वच्छता, और भीड़भाड़ वाले स्थानों से बचना जैसे बुनियादी उपाय अपनाने की सलाह दी गई है। साथ ही, टीकाकरण और बूस्टर डोज लेने की सिफारिश की जा रही है। भारत में ओमिक्रॉन-लक्षित mRNA वैक्सीन, GEMCOVAC-19, उपलब्ध है, जो इस स्थिति में प्रभावी हो सकती है।


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