प्रमुख बिंदु-
वाराणसी, 23 मई 2025: भारतीय जनता पार्टी (BJP) और नमामि गंगे के कार्यकर्ताओं ने काशी के पवित्र अहिल्याबाई घाट पर लोकमाता अहिल्याबाई होल्कर की 300वीं जयंती के उपलक्ष्य में एक भव्य आयोजन किया। इस अवसर पर मां गंगा की भव्य आरती, स्वच्छता अभियान और पुष्पांजलि समारोह का आयोजन हुआ, जिसमें अहिल्याबाई के सनातन धर्म, सामाजिक न्याय और राष्ट्रनिर्माण में अभूतपूर्व योगदान को स्मरण किया गया। यह आयोजन अहिल्याबाई होल्कर त्रिशताब्दी स्मृति अभियान 2025 का हिस्सा था, जिसने काशी की सांस्कृतिक और आध्यात्मिक धरोहर को और समृद्ध किया।

गंगा आरती और स्वस्तिवाचन: सनातन परंपराओं का उत्सव
कार्यक्रम का नेतृत्व भाजपा महानगर महामंत्री जगदीश त्रिपाठी ने किया। उनके मार्गदर्शन में वेदपाठी बटुकों ने स्वस्तिवाचन किया और मां गंगा का दुग्धाभिषेक किया गया। नमामि गंगे काशी क्षेत्र के संयोजक और नगर निगम के स्वच्छता ब्रांड एंबेसडर राजेश शुक्ला के नेतृत्व में अहिल्याबाई घाट पर स्वच्छता अभियान चलाया गया, जिसमें स्वयंसेवकों ने घाट से कचरा हटाकर इस पवित्र स्थल की निर्मलता को बढ़ाया। इस दौरान ‘हर हर महादेव’ और ‘नमामि गंगे’ के उद्घोष से वातावरण भक्तिमय हो उठा।

“अहिल्याबाई होल्कर सनातन धर्म की प्रेरणा” – जगदीश त्रिपाठी
अपने संबोधन में जगदीश त्रिपाठी ने कहा, “महारानी अहिल्याबाई होल्कर संपूर्ण राष्ट्र का गौरव हैं। उन्होंने काशी विश्वनाथ से सोमनाथ तक लगभग 10,000 मंदिरों का जीर्णोद्धार कराया और सामाजिक समरसता को बढ़ावा दिया। उनका जीवन धर्म, न्याय और सेवा का प्रतीक है।” उन्होंने अहिल्याबाई के सुशासन और नारी सशक्तिकरण के प्रयासों को आज के भारत के लिए प्रासंगिक बताया।
नमामि गंगे के संयोजक राजेश शुक्ला ने कहा, “अहिल्याबाई ने सनातन धर्म की पुनर्स्थापना में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। काशी में अन्नक्षेत्र, पाठशालाएं और घाटों के निर्माण में उनका योगदान अविस्मरणीय है।” उन्होंने गंगा की स्वच्छता को राष्ट्रीय और नैतिक दायित्व बताते हुए कहा कि यह अभियान मातृशक्ति और सांस्कृतिक संरक्षण के प्रति समर्पित है।

स्वच्छता अभियान: गंगा की निर्मलता की प्रतिबद्धता
स्वच्छता अभियान की संयोजिका और भाजपा महानगर उपाध्यक्ष डॉ. गीता शास्त्री ने कहा, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अहिल्याबाई के सपनों को साकार करने का कार्य किया है। नमामि गंगे मिशन के तहत गंगा की स्वच्छता और जैव विविधता का संरक्षण हमारा लक्ष्य है।” उन्होंने अहिल्याबाई के कथन, “मेरा पथ धर्म का पथ है, और धर्म का पथ ही न्याय का पथ है,” को उद्धृत करते हुए इसे भारत के विकास और स्वच्छता के प्रति सरकार की प्रतिबद्धता से जोड़ा।
नमामि गंगे के तहत गंगा तट की सफाई और जन जागरूकता के लिए कई कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। स्वयंसेवकों ने घाट से पॉलीथिन, कपड़े और अन्य कचरे को हटाकर निस्तारण के लिए भेजा। यह अभियान गंगा की स्वच्छता के साथ-साथ पर्यटन और आर्थिक विकास को भी बढ़ावा देता है।

सामूहिक भागीदारी: कार्यकर्ताओं का योगदान
आयोजन में भाजपा और नमामि गंगे के अनेक कार्यकर्ताओं ने भाग लिया। भाजपा महानगर मंत्री दिलीप साहनी, उपसभापति नरसिंह बाबा, मछुआरा प्रकोष्ठ के संयोजक शंकर साहनी, पार्षद श्यामाश्रय मौर्या, सारिका गुप्ता, पार्षदगण श्यामाश्रय मौर्या, मदनमोहन दुबे, कनकलता मिश्रा, सीमा वर्मा, रमेश तिवारी, अरुण सिंह, उमंग अग्रवाल, भरत तिवारी, अजय वर्मा, संजय गुप्ता, पंकज चतुर्वेदी, नगर निगम के इंस्पेक्टर अवनीश दुबे, सुपरवाइजर कामेश्वर सेठ आदि ने पुष्पांजलि अर्पित की।

सांस्कृतिक और आध्यात्मिक महत्व
यह आयोजन केवल अहिल्याबाई होल्कर के योगदान को याद करने तक सीमित नहीं था, बल्कि यह गंगा की स्वच्छता और सनातन धर्म की परंपराओं को बढ़ावा देने का एक सशक्त प्रयास था। काशी विश्वनाथ मंदिर के जीर्णोद्धार और अन्नक्षेत्रों की स्थापना जैसे अहिल्याबाई के कार्यों ने काशी को तीर्थनगरी के रूप में नया जीवन दिया। यह समारोह सनातन संस्कृति और मातृशक्ति के सम्मान का प्रतीक बना।
नमामि गंगे और भाजपा का यह संयुक्त प्रयास काशी की सांस्कृतिक धरोहर को संरक्षित करने और गंगा की निर्मलता को बनाए रखने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। अहिल्याबाई होल्कर त्रिशताब्दी स्मृति अभियान 21 से 31 मई तक विभिन्न कार्यक्रमों के माध्यम से उनके आदर्शों को जन-जन तक पहुंचाएगा, जिसमें गंगा स्वच्छता, महिला सशक्तिकरण और सांस्कृतिक जागरूकता पर जोर दिया जाएगा।

राणा अंशुमान सिंह यूनिफाइड भारत के एक उत्साही पत्रकार हैं, जो निष्पक्ष और प्रभावी ख़बरों के सन्दर्भ में जाने जाना पसंद करते हैं। वह सामाजिक मुद्दों, धार्मिक पर्यटन, पर्यावरण, महिलाओं के अधिकारों और राजनीति पर गहन शोध करना पसंद करते हैं। पत्रकारिता के साथ-साथ हिंदी-उर्दू में कविताएँ और ग़ज़लें लिखने के शौकीन राणा भारतीय संस्कृति और सामाजिक बदलाव के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।