स्वर्ण मंदिर में नहीं तैनात कोई वायु रक्षा प्रणाली या सैन्य उपकरण
प्रमुख बिंदु-
नई दिल्ली, हाल ही में सोशल मीडिया और कुछ रिपोर्ट्स में दावा किया गया कि भारतीय सेना ने ऑपरेशन सिंदूर के बाद अमृतसर स्थित पवित्र स्वर्ण मंदिर (Golden Temple) में वायु रक्षा प्रणाली तैनात की है। इन दावों को खारिज करते हुए, सेना ने स्पष्ट किया कि मंदिर परिसर में कोई भी सैन्य संसाधन या हथियार तैनात नहीं किए गए हैं।
सेना और SGPC दोनों ने स्वर्ण मंदिर में सैन्य तैनाती की खबरों को बताया झूठा
सेना के प्रवक्ता ने कहा, “गोल्डन टेम्पल (Golden Temple) एक पवित्र स्थल है और उसकी मर्यादा का पूरा सम्मान किया जाता है। वहां किसी भी प्रकार की सैन्य तैनाती नहीं की गई है।”SGPC और धार्मिक नेतृत्व की प्रतिक्रिया स्वर्ण मंदिर के धार्मिक नेतृत्व ने भी इन दावों का खंडन किया है कि उन्होंने सेना को मंदिर परिसर में वायु रक्षा प्रणाली तैनात करने की अनुमति दी थी। उन्होंने इसे “पूरी तरह से झूठा और चौंकाने वाला” बताया और मंदिर की पवित्रता को बनाए रखने की प्रतिबद्धता दोहराई।
ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तान ने स्वर्ण मंदिर को निशाना बनाने की कोशिश की थी।
ऑपरेशन सिंदूर 7 मई 2025 को भारतीय सेना ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत पाकिस्तान में आतंकवादी ठिकानों पर सर्जिकल स्ट्राइक की। इस ऑपरेशन के बाद पाकिस्तान ने भारत के विभिन्न सैन्य ठिकानों और धार्मिक स्थलों पर ड्रोन और मिसाइल हमले किए, जिनमें अमृतसर स्थित पवित्र स्वर्ण मंदिर (Golden Temple) भी शामिल था। भारतीय वायु सेना ने इन हमलों का मुंहतोड़ जवाब देते हुए पाकिस्तान के कई आतंकवादी ठिकानों को नष्ट किया।

सेना और धर्मगुरुओं की अपील – अफवाहों से बचें, पवित्र स्थलों की सुरक्षा बनी हुई है
ऑपरेशन सिंदूर के बाद फैली अफवाहों के बीच भारतीय सेना और स्वर्ण मंदिर (Golden Temple) के धार्मिक नेतृत्व ने स्पष्ट किया है कि पवित्र स्थलों की सुरक्षा और मर्यादा का पूरा ध्यान रखा गया है। जनता से अपील की गई है कि वे अफवाहों पर ध्यान न दें और केवल आधिकारिक स्रोतों से प्राप्त जानकारी पर विश्वास करें।