बॉलीवुड की सबसे प्रिय और प्रतिष्ठित कॉमेडी फ़्रेंचाइज़ी ‘Hera Pheri’ एक बार फिर सुर्खियों में है। लेकिन इस बार वजह हँसी नहीं, बल्कि एक गहरा विवाद है जिसने फैंस को चौंका दिया है।
प्रमुख बिंदु-
क्यों चर्चा में है यह विवाद?
अक्षय कुमार द्वारा परेश रावल पर ₹25 करोड़ का मुकदमा दर्ज करना और परेश रावल द्वारा फिल्म ‘Hera Pheri 3′ को अचानक छोड़ देना, इस पूरे विवाद का केंद्र बन चुका है। यह घटना फिल्म इंडस्ट्री के लिए भी असामान्य है, क्योंकि अक्षय और परेश रावल जैसे वरिष्ठ कलाकारों के बीच कानूनी लड़ाई की कल्पना भी दर्शकों के लिए कठिन है।
जिस फ़्रेंचाइज़ी ने लाखों दर्शकों को हँसी के ठहाके दिए, वही अब कानूनी लड़ाइयों और भारी भरकम आरोप-प्रत्यारोप के जाल में उलझ गई है। आइए विस्तार से जानते हैं कि इस विवाद की पृष्ठभूमि क्या है, किसने क्या कहा, और इस पूरे घटनाक्रम से ‘Hera Pheri 3’ का भविष्य कितना प्रभावित हुआ है।
Hera Pheri: एक विरासत जिसने बनाई अपनी अलग पहचान

साल 2000 में प्रियदर्शन के निर्देशन में बनी ‘Hera Pheri’ भारतीय कॉमेडी फिल्मों में मील का पत्थर मानी जाती है।
अक्षय कुमार (राजू), सुनील शेट्टी (श्याम) और परेश रावल (बाबू भैया) की तिकड़ी ने अपनी ज़बरदस्त टाइमिंग और दिलचस्प किरदारों से इस फिल्म को सदाबहार बना दिया।
फिल्म इतनी हिट रही कि 2006 में इसका सीक्वल ‘फिर Hera Pheri’ आया और दर्शकों ने उसे भी हाथोंहाथ लिया।
इन दोनों फिल्मों ने मिलकर इस फ्रेंचाइज़ी को बॉलीवुड के इतिहास में क्लासिक कॉमेडी का दर्जा दिलाया।

लोग आज भी फिल्म के डायलॉग्स जैसे “उठ जा बाबा” या “25 din mein paisa double” को याद करते हैं।
इसीलिए जब ‘Hera Pheri 3’ की आधिकारिक घोषणा हुई, तो फैंस में उत्साह की लहर दौड़ गई। लेकिन अब जिस तरह की घटनाएं सामने आ रही हैं, वह इस उत्साह को निराशा में बदल रही हैं।
कानूनी लड़ाई: अक्षय कुमार का ₹25 करोड़ का मुकदमा

सबसे बड़ा झटका तब आया जब मीडिया रिपोर्ट्स में यह सामने आया कि अक्षय कुमार ने परेश रावल पर ₹25 करोड़ का मानहानि और व्यावसायिक क्षति का मुकदमा दर्ज किया है।
इस मुकदमे में अक्षय ने आरोप लगाया है कि परेश रावल ने बिना किसी पूर्व सूचना के ‘Hera Pheri 3’ की शूटिंग बीच में छोड़ दी और अपने अनुबंध का उल्लंघन किया।
यह दावा किया गया है कि परेश रावल ने निर्देशक और टीम को सूचना दिए बिना फिल्म को छोड़ दिया, जिससे न केवल फिल्म की प्रगति प्रभावित हुई, बल्कि इसकी मार्केट वैल्यू और निवेशकों का भरोसा भी डगमगाया।
फीस विवाद: परेश रावल ने मांगे ₹25 करोड़?
इस विवाद की जड़ में पारिश्रमिक को लेकर मतभेद भी बड़ी भूमिका निभा रहा है। इंडिया टुडे और टाइम्स नाउ जैसी प्रतिष्ठित मीडिया संस्थाओं की रिपोर्ट के अनुसार, परेश रावल ने ‘Hera Pheri 3’ में अपने किरदार बाबू भैया के लिए ₹25 करोड़ की मांग की थी।
उनका मानना था कि बाबू भैया इस फ्रेंचाइज़ी का सबसे पॉपुलर किरदार है और इस कारण उन्हें इस रकम का हकदार समझा जाए।
हालांकि, अक्षय कुमार इस मांग से सहमत नहीं थे और इसी मतभेद ने दोनों के रिश्तों में दरार पैदा कर दी।
प्रियदर्शन बोले – “हमें कोई सूचना नहीं दी गई”
‘Hera Pheri’ के मूल निर्देशक प्रियदर्शन ने भी इस विवाद में अपनी प्रतिक्रिया दी है।
उन्होंने कहा,
“मुझे नहीं पता यह सब क्यों हुआ, परेश रावल ने हमें कोई पूर्व जानकारी नहीं दी थी। शूटिंग पहले ही शुरू हो चुकी थी।”
प्रियदर्शन ने बताया कि अक्षय कुमार ने उन्हें निर्देशन के लिए संपर्क किया था और टीम वर्क की भावना से सबकुछ आगे बढ़ रहा था, लेकिन परेश रावल के अचानक बाहर निकलने से सबकुछ अचानक रुक गया।
सुनील शेट्टी की प्रतिक्रिया: “यह संकट है”
सुनील शेट्टी, जो फिल्म में श्याम का किरदार निभा रहे हैं, इस विवाद से हैरान और दुखी हैं।
उन्होंने मीडिया से कहा:
“हम तीनों ने हाल ही में एक प्रोमो शूट भी किया था। मुझे नहीं पता परेश भाई ने ये कदम क्यों उठाया। यह निश्चित तौर पर संकट है।”
उन्होंने यह भी कहा कि वह दोनों पक्षों से बात करने की कोशिश करेंगे ताकि यह गलतफहमी दूर हो सके और फिल्म की शूटिंग दोबारा शुरू हो सके।
परेश रावल का स्पष्टीकरण: “नहीं थे रचनात्मक मतभेद”
परेश रावल ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट कर बताया कि उनके फिल्म से अलग होने के पीछे कोई रचनात्मक मतभेद नहीं हैं।
उन्होंने कहा कि वह निर्देशक प्रियदर्शन और पूरी टीम का सम्मान करते हैं।
हालांकि उन्होंने अपने निर्णय का स्पष्ट कारण नहीं बताया, लेकिन उनका यह कहना कि “मैं इससे सहमत नहीं हूं, इसलिए मैं बाहर जा रहा हूं” कई अटकलों को जन्म दे गया।
फ्रेंचाइज़ी का भविष्य: क्या होगा ‘Hera Pheri 3′ का?

‘Hera Pheri 3’ की शूटिंग 2025 की शुरुआत में मुंबई में शुरू हुई थी। फिल्म का पहला लुक और प्रमोशनल क्लिप भी शूट किया गया था। लेकिन परेश रावल की बीच में विदाई और कानूनी कार्रवाई के बाद शूटिंग स्थगित कर दी गई है।
निर्माताओं के लिए अब यह तय करना मुश्किल हो गया है कि क्या वे नए बाबू भैया को कास्ट करेंगे या परेश रावल को मनाएंगे।
फैंस सोशल मीडिया पर लगातार इस बात की मांग कर रहे हैं कि “बाबू भैया के बिना Hera Pheri नहीं बन सकती।”
क्या ठहाकों की विरासत खत्म हो रही है?
‘Hera Pheri’ जैसी फ्रेंचाइज़ी सिर्फ मनोरंजन नहीं बल्कि भावनात्मक जुड़ाव है करोड़ों भारतीय दर्शकों के लिए।
ऐसे में इस तरह के विवाद सिर्फ फिल्म को ही नहीं, बल्कि दर्शकों के विश्वास और लगाव को भी आहत करते हैं।
हालांकि विवादों से बॉलीवुड अनभिज्ञ नहीं है, लेकिन जब मामला दो सबसे प्रिय कलाकारों के बीच हो, तो इसका असर और गहरा होता है।
अब देखना होगा कि यह कानूनी और भावनात्मक जंग सुलह में बदलती है या Hera Pheri 3 बिना बाबू भैया के एक अधूरी कहानी बनकर रह जाती है।

अवि नमन यूनिफाइड भारत के एक विचारशील राजनीतिक पत्रकार और लेखक हैं, जो भारतीय राजनीति, नीति निर्माण और सामाजिक न्याय पर तथ्यपरक विश्लेषण के लिए जाने जाते हैं। उनकी लेखनी में गहरी समझ और नया दृष्टिकोण झलकता है। मीडियम और अन्य मंचों पर उनके लेख लोकतंत्र, कानून और सामाजिक परिवर्तन को रेखांकित करते हैं। अवि ने पत्रकारिता के बदलते परिवेश सहित चार पुस्तकों की रचना की है और सामाजिक-राजनीतिक जागरूकता के लिए समर्पित हैं।