बलूच लिबरेशन आर्मी ने ‘ऑपरेशन हेरोफ़ 2.0’ के तहत पाकिस्तान को झकझोरा, भारत से कूटनीतिक और सैन्य समर्थन मांगा
प्रमुख बिंदु-
नई दिल्ली | बलूच लिबरेशन आर्मी (Balochistan) ने भारत को एक असाधारण प्रस्ताव दिया है – यदि भारत पाकिस्तान के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई करता है, तो Balochistan पाकिस्तान के पश्चिमी मोर्चे से सैन्य हमला करने को तैयार है। यह प्रस्ताव Balochistan के हालिया ‘ऑपरेशन हेरोफ़ 2.0’ के बाद आया है, जिसमें उन्होंने बलूचिस्तान में 58 स्थानों पर 78 समन्वित हमले कर पाकिस्तान की सुरक्षा व्यवस्था को हिला दिया।

23 killed in Pakistan militant attack
— DD News (@DDNewslive) August 26, 2024
A militant attack on a highway in southwestern #Pakistan targeted vehicles from buses to goods trucks, killing at least 23 people, ten vehicles set ablaze.
Armed men blocked the route in the restive province of Balochistan, took… pic.twitter.com/elkTduUP9I
Balochistan ने भारत से मांगा कूटनीतिक और सैन्य समर्थन
Balochistan ने एक बयान में पाकिस्तान को “आतंकवादी राज्य” करार दिया और अंतरराष्ट्रीय समुदाय से इसे औपचारिक रूप से ऐसा घोषित करने की मांग की। संगठन ने भारत से अपील की कि वह बलूचों को “पाकिस्तान का हिस्सा” मानना बंद करे और स्वतंत्र बलूच राष्ट्र की मांग का समर्थन करे।

मीर यार बलोच ने की स्वतंत्र बलूच राष्ट्र की घोषणा
बलूच नेता मीर यार बलोच ने बलूचिस्तान की स्वतंत्रता की घोषणा करते हुए कहा, “हम पाकिस्तान के लोग नहीं हैं। दशकों से हमारे ऊपर हवाई बमबारी, जबरन गायबियां और नरसंहार हुए हैं। अब समय है कि दुनिया हमारी आवाज सुने।” उन्होंने भारत से आग्रह किया कि वह बलूच स्वतंत्रता संग्राम को समर्थन देकर दक्षिण एशिया में स्थायी शांति के लिए भूमिका निभाए।
रणनीतिक समीकरणों में बदलाव की संभावना
Balochistan का यह प्रस्ताव भारत के लिए एक महत्वपूर्ण रणनीतिक अवसर बनकर उभरा है। पाकिस्तान की आंतरिक अस्थिरता और बलूचिस्तान में विद्रोह भारत को क्षेत्रीय शक्ति संतुलन में लाभ पहुंचा सकता है। विशेषज्ञों के अनुसार, यदि भारत इस प्रस्ताव का सतर्कतापूर्वक और रणनीतिक तरीके से मूल्यांकन करता है, तो यह दक्षिण एशिया में उसकी सुरक्षा और कूटनीतिक स्थिति को मजबूत कर सकता है।
भारत की चुप्पी कायम
हालांकि, भारत सरकार की ओर से अभी तक इस प्रस्ताव पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है। रक्षा और विदेश मंत्रालय इस पर विचार कर सकते हैं कि बलूचिस्तान संकट में कैसे हस्तक्षेप किया जाए — कूटनीतिक समर्थन, मानवाधिकार मंचों पर आवाज उठाने से लेकर सीमित सहयोग तक।
यह भी पढ़े
Aadhaar Card: अब गांव के पंचायत सचिवालय में ही बनवा सकेंगे आधार कार्ड, उत्तर प्रदेश के किसानों के लिए बड़ी राहत!
लखनऊ, 05 अगस्त 2025: उत्तर प्रदेश के ग्रामीणों के लिए एक बड़ी खुशखबरी! अब उन्हें आधार कार्ड (Aadhaar Card) बनवाने या उसमें सुधार कराने के लिए शहरों के चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे। भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (UIDAI) ने पंचायती राज विभाग को ग्राम पंचायत सचिवालयों में आधार सेवाएँ शुरू करने की अनुमति दे दी है।…
Satya Pal Malik: पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक का 77 वर्ष की उम्र में निधन, छोड़ गए विवादों और बेबाकी की विरासत!
नई दिल्ली, 05 अगस्त 2025: भारत के प्रमुख राजनेता और जम्मू-कश्मीर, गोवा, बिहार और मेघालय के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक (Satya Pal Malik) का 77 वर्ष की उम्र में निधन हो गया है। लंबे समय से बीमार चल रहे मलिक का दिल्ली के राम मनोहर लोहिया अस्पताल में इलाज चल रहा था, जहां 5 अगस्त…
RPSC Veterinary Officer भर्ती 2025: 1100 पदों पर सुनहरा अवसर, 5 अगस्त से शुरू होंगे आवेदन!
जयपुर: राजस्थान लोक सेवा आयोग (RPSC) ने RPSC Veterinary Officer भर्ती 2025 के तहत 1100 पदों पर भर्ती के लिए आधिकारिक नोटिफिकेशन जारी कर दिया है। लंबे समय से इस भर्ती का इंतजार कर रहे अभ्यर्थियों के लिए यह एक सुनहरा अवसर है। RPSC Veterinary Officer के इन पदों पर भर्ती राजस्थान सरकार के पशुपालन…

दिव्यांशु सिंह यूनिफाइड भारत के एक शोधपरक और तथ्य-संवेदनशील कंटेंट राइटर हैं, जो सरकारी नौकरियों, रक्षा समाचार और अंतरराष्ट्रीय संबंधों पर विशेषज्ञता रखते हैं। उनके लेख सरकारी परीक्षाओं, नियुक्तियों और नीतिगत बदलावों को सरलता से समझाते हैं, जो लाखों युवाओं के लिए भरोसेमंद सूचना का स्रोत हैं। रोजगार और सामाजिक स्थिरता के लिए सटीक जानकारी देने के साथ-साथ वह रक्षा और अंतरराष्ट्रीय राजनीति जैसे जटिल विषयों को सहज भाषा में प्रस्तुत करने के लिए समर्पित हैं।