सीमा पार से आई रकम के बदले लीक कर रहे थे सेना की मूवमेंट
प्रमुख बिंदु-
अमृतसर (Punjab), 05 मई 2025: पंजाब पुलिस ने देश की सुरक्षा से खिलवाड़ करने वाले एक गंभीर मामले का खुलासा करते हुए दो व्यक्तियों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार किए गए आरोपियों की पहचान पलक शेर मसीह और सूरज मसीह के रूप में हुई है। इन दोनों पर पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई (ISI) को भारतीय सेना और वायुसेना से जुड़ी संवेदनशील जानकारी लीक करने का आरोप है। यह जानकारी मोबाइल फोन के जरिए साझा की जा रही थी, जिनमें सेना की गतिविधियों और वायुसेना के ठिकानों की तस्वीरें मौजूद थीं।

मोबाइल फोन से भेजी जा रही थी खुफिया जानकारी
पुलिस ने आरोपियों के पास से मोबाइल फोन जब्त किए हैं, जिनमें भारतीय सेना की मूवमेंट, सैन्य ठिकानों की तस्वीरें और अन्य संवेदनशील जानकारियां मिली हैं। इन दोनों को आईएसआई एजेंटों से मिली रकम के बदले भारत विरोधी गतिविधियों में शामिल पाया गया है।
पंजाब पुलिस महानिदेशक (DGP) गौरव यादव ने गिरफ्तारी की पुष्टि करते हुए बताया कि इस मामले में आधिकारिक गोपनीयता अधिनियम (Official Secrets Act) के तहत मामला दर्ज किया गया है और जांच जारी है। पुलिस के अनुसार, प्राथमिक जांच में यह सामने आया है कि पलक शेर मसीह और सूरज मसीह को छोटी जानकारी देने पर ₹5,000 और संवेदनशील जानकारी जैसे सैनिकों की मूवमेंट आदि के लिए ₹10,000 की रकम मिलती थी।

जेल से संचालित हो रहा था नेटवर्क
अधिकारियों के मुताबिक, दोनों आरोपी, पलक शेर मसीह और सूरज मसीह, पहले सीमा से हेरोइन की खेप उठाने का काम करते थे। बाद में उन्हें आईएसआई एजेंटों के लिए खुफिया जानकारी जुटाने का काम सौंपा गया। इस पूरे नेटवर्क का संचालन हरप्रीत सिंह उर्फ पिट्टू उर्फ हैप्पी नाम का व्यक्ति कर रहा था, जो वर्तमान में अमृतसर सेंट्रल जेल में बंद है। उसी के जरिए इन दोनों की पाकिस्तानी आईएसआई एजेंटों से बातचीत होती थी।
पुलिस के अनुसार, ये दोनों दिनशे की लत के शिकार रहे हैं। ISI ने उनकी इस कमजोरी का फायदा उठाकर उन्हें जासूसी के जाल में फंसा लिया। अमृतसर के एसएसपी ने बताया कि ये युवक पहले भी तस्करी से जुड़े मामलों में लिप्त रह चुके हैं और अब आईएसआई के लिए भारत के सैन्य प्रतिष्ठानों, विशेष रूप से सेना और वायुसेना के ठिकानों, की जासूसी कर रहे थे। इस मामले ने सीमावर्ती क्षेत्रों में सुरक्षा व्यवस्था को और सख्त करने की जरूरत को उजागर किया है। पुलिस अब इस नेटवर्क के अन्य संदिग्धों की तलाश में छापेमारी कर रही है ताकि आईएसआई की साजिश को पूरी तरह नाकाम किया जा सके।

सतर्कता और सुरक्षा एजेंसियों की चेतावनी
फिलहाल दोनों आरोपियों को हिरासत में लेकर गहन पूछताछ की जा रही है। उनके मोबाइल फोन को फॉरेंसिक जांच के लिए भेजा गया है ताकि और भी महत्वपूर्ण जानकारी सामने लाई जा सके। इस मामले ने सुरक्षा एजेंसियों को चौकन्ना कर दिया है, खासकर सीमावर्ती इलाकों में, जहां पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI लंबे समय से भारत की रक्षा से जुड़ी संवेदनशील जानकारियां जुटाने की कोशिश करती रही है। अमृतसर में हुई इस गिरफ्तारी ने ISI के जासूसी नेटवर्क पर बड़ा प्रहार किया है। सुरक्षा एजेंसियां अब स्थानीय लोगों से भी सतर्कता बरतने की अपील कर रही हैं।
पुलिस की अपील
पंजाब पुलिस ने आम जनता से अपील की है कि यदि किसी को किसी संदिग्ध गतिविधि की जानकारी मिले तो तुरंत पुलिस या सुरक्षा एजेंसियों को सूचित करें। यह गिरफ्तारी एक बार फिर साबित करती है कि पाकिस्तान लगातार भारत के खिलाफ जासूसी गतिविधियों को बढ़ावा दे रहा है। भारतीय सुरक्षा एजेंसियां इस तरह के खतरों से निपटने के लिए पूरी तरह सतर्क हैं। अमृतसर में दो युवकों की गिरफ्तारी ने ISI के नापाक इरादों को बेनकाब किया है। देश की सुरक्षा के लिए सभी को जागरूक रहना होगा।