भारत की ताकत से डरा पाकिस्तान! रातों रात ISI चीफ आसिम मलिक को बनाया NSA

pakistan-isi-asim-malik-appointed-nsa-overnight

पहलगाम हमले के बाद भारत की सख्ती से घबराया पाकिस्तान

पहलगाम हमले के बाद भारत की कड़ी प्रतिक्रिया से बोखलाए पाकिस्तान ने अपने खुफिया एजेंसी इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस (ISI) के प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल मुहम्मद आसिम मलिक को नया राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) का अतिरिक्त प्रभार सौंपकर एक चौंकाने वाला कदम उठाया है। यह फैसला भारत के साथ बढ़ते तनाव और 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद लिया गया। इस हमले ने भारत को सख्त कार्रवाई के लिए मजबूर किया, जिससे पाकिस्तान में खलबली मच गई है। मलिक की नियुक्ति 29 अप्रैल को देर रात हुई, और इसकी औपचारिक अधिसूचना 1 मई को जारी की गई। यह पहली बार है जब किसी सेवारत ISI प्रमुख को NSA का दायित्व सौंपा गया है।

WhatsApp Channel Join Now
Instagram Profile Join Now
ISI ASIM MALIK

कौन हैं लेफ्टिनेंट जनरल आसिम मलिक?

लेफ्टिनेंट जनरल मुहम्मद आसिम मलिक, पंजाब के सरगोधा के रहने वाले, पाकिस्तान के एक सैन्य अधिकारी हैं, जिन्हें भारत-पाकिस्तान ने तनाव की बिच पकिस्तान ने अपना NSA बनाया है। उनके पिता गुलाम मोहम्मद मलिक भी सैन्य अधिकारी थे। 1989 में पाकिस्तान मिलिट्री अकादमी से कमीशन प्राप्त करने वाले मलिक ने बलूचिस्तान और वजीरिस्तान जैसे क्षेत्रों में काम किया। उन्होंने बलूचिस्तान यूनिवर्सिटी, अमेरिका के फोर्ट लीवेनवर्थ, और लंदन के रॉयल कॉलेज ऑफ डिफेंस स्टडीज से पढ़ाई की, साथ ही नेशनल डिफेंस यूनिवर्सिटी से पीएचडी अमेरिका-पाकिस्तान संबंधों पर की, जिससे वे ISI के पहले पीएचडी धारक प्रमुख बने। उनकी नियुक्ति को भारत की NSAB पुनर्गठन के जवाब में पाकिस्तान की हताश चाल भी माना जा रहा है।

ISI ASIM MALIK

पाकिस्तान की बौखलाहट और भारत की ताकत

आसिम मलिक की नियुक्ति भारत के सामने पाकिस्तान की घबराहट का स्पष्ट सबूत है। ISI प्रमुख के रूप में मलिक भारत विरोधी गतिविधियों में शामिल रहे हैं, लेकिन पहलगाम हमले के बाद भारत की कड़ी प्रतिक्रिया ने पाकिस्तान को हिलाकर रख दिया। भारत ने सिंधु जल संधि को निलंबित कर दिया, पाकिस्तानी विमानों के लिए हवाई क्षेत्र बंद किया, और अटारी-वाघा सीमा को सील कर दिया। इन कदमों ने पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था और कूटनीति पर गहरा आघात किया है।

भारत के कदमों से पाकिस्तान में अफरा-तफरी का माहौल है। सूत्रों के मुताबिक, पाकिस्तानी सेना प्रमुख जनरल आसिम मुनीर डर के मारे सुरक्षित बंकर में छिप गए हैं, जबकि आतंकियों को गुप्त ठिकानों पर भेजा जा रहा है। पाकिस्तानी रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने बयान दिया कि भारत 24 से 36 घंटों में हमला कर सकता है, लेकिन उनके इस बयान में डर और असहायता साफ झलक रही थी।

PAKISTAN PM

पाकिस्तान ने अंतरराष्ट्रीय समर्थन जुटाने की नाकाम कोशिश की है। उनके अधिकारी विभिन्न देशों में मदद माँगने गए, लेकिन भारत की कूटनीतिक ताकत के आगे उनकी एक न चली। भारत ने संयुक्त राष्ट्र और अन्य मंचों पर पाकिस्तान को आतंकवाद के मुद्दे पर घेरने का प्रयास किया है, जिससे इस्लामाबाद में हताशा बढ़ गई है। पाकिस्तान की सेना और सरकार के बीच भी तनाव की खबरें हैं, क्योंकि शहबाज शरीफ सरकार इस संकट में पूरी तरह सेना के इशारों पर नाच रही है।

भारत का दबदबा और पाकिस्तान की कमजोरी

गौरतलब है कि पाकिस्तान ने लेफ्टिनेंट जनरल मुहम्मद आसिम मलिक को NSA नियुक्त करने का फैसला भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार बोर्ड (NSAB) के पुनर्गठन के बाद लिया। भारत ने 15 अप्रैल 2025 को NSAB का पुनर्गठन किया, जिसमें रॉ के पूर्व प्रमुख आलोक जोशी को अध्यक्ष बनाया गया। यह कदम पाकिस्तान के लिए खतरे की घंटी साबित हुआ। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और NSA अजित डोभाल के नेतृत्व में भारत ने अपने सैन्य और खुफिया तंत्र को हाई अलर्ट पर रखा है।

PM MODI MEETING

पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था पहले से ही चरमरा रही है, और भारत के कदमों ने उसे और कमजोर कर दिया। पाकिस्तानी जनता में भी सरकार और सेना के खिलाफ गुस्सा बढ़ रहा है, क्योंकि लोग महँगाई और बेरोजगारी से त्रस्त हैं। इस बीच, भारत की एकजुटता और ताकत ने पाकिस्तान को पूरी तरह बैकफुट पर ला दिया है।

यह भी पढ़ें : सेना को पूरी छूट…! PM मोदी ने हाई लेवल मीटिंग में दिया बड़ा निर्देश

Ind Vs Eng Decoded: टेस्ट क्रिकेट में ऐतिहासिक प्रतिद्वंद्विता, रिकॉर्ड्स और 7 यादगार मुकाबले iQOO Z10 Lite 5G भारत में लॉन्च: मात्र ₹9,999 में 5G का धमाल! ईरान बनाम इसराइल: किसके पास कितनी ताक़त कुशा कपिला का UnderNeat: क्या ये SKIMS जैसा ‘शेप’ ले पाएगा? RCB की ऐतिहासिक जीत पर सोशल मीडिया पर मचा तूफान – देखें किसने क्या कहा