पहलगाम में आतंक का कहर: 26 पर्यटकों की निर्मम हत्या, देश में आक्रोश और सुरक्षा बलों की सख्त कार्रवाई
प्रमुख बिंदु-
Pahalgam Terrorist Attack- 22 अप्रैल 2025 को जम्मू-कश्मीर में के अनंतनाग जिले के पहलगाम क्षेत्र में आतंकवादियों ने पर्यटकों पर अंधाधुंध गोलीबारी की, जिसमें 26 लोगों की मौत हो गई और 17 अन्य घायल हो गए। मृतकों में 25 भारतीय नागरिक और एक नेपाली नागरिक शामिल हैं।
दोपहर करीब 3 बजे, बाइसारन की ओर बढ़ रही एक पर्यटक बस को घेरकर आतंकियों ने अंधाधुंध गोलियां चलाईं। इस हमले में अब तक 26 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है, जिनमें 25 भारतीय और एक नेपाली नागरिक हैं। 17 से अधिक लोग घायल हैं, जिनमें कई की हालत गंभीर बताई जा रही है। Pahalgam Terrorist Attack, 2008 के मुंबई हमलों के बाद भारत में सबसे घातक आतंकी हमला माना जा रहा है।
प्लानिंग के तहत हुआ हमला?

जांच एजेंसियों का मानना है कि Pahalgam Terrorist Attack हमला पूरी तरह योजनाबद्ध था। इस हमले की जिम्मेदारी “कश्मीर रेजिस्टेंस” नामक संगठन ने ली है, जो लश्कर-ए-तैयबा से जुड़ा बताया जा रहा है। शुरुआती जांच में पाया गया है कि आतंकियों ने हमले से पहले इलाके की रेकी की थी और पर्यटकों के आने-जाने की जानकारी जुटाई थी।
Pahalgam Terrorist Attack- हमले की जिम्मेदारी और प्रारंभिक जांच
“कश्मीर रेजिस्टेंस” नामक आतंकवादी संगठन ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है। उन्होंने दावा किया कि पीड़ित भारतीय सुरक्षा एजेंसियों से जुड़े थे। हालांकि, अधिकांश मृतक आम नागरिक और पर्यटक थे। Pahalgam Terrorist Attack हमले के बाद सुरक्षा बलों ने व्यापक तलाशी अभियान शुरू किया और लगभग 100 संदिग्धों को हिरासत में लिया गया है।
प्रधानमंत्री मोदी की त्वरित प्रतिक्रिया

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सऊदी अरब की अपनी आधिकारिक यात्रा को बीच में ही छोड़कर दिल्ली लौटे और कैबिनेट कमेटी ऑन सिक्योरिटी (CCS) की आपात बैठक की अध्यक्षता की। इस बैठक में गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, विदेश मंत्री एस. जयशंकर और वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण सहित शीर्ष अधिकारी शामिल हुए।
गृह मंत्री अमित शाह का कड़ा रुख

गृह मंत्री अमित शाह ने हमले के स्थल बाइसारन का दौरा किया और घायलों से मुलाकात की। उन्होंने कहा, “यह कायरतापूर्ण हमला है, और इसके पीछे जो भी हैं, उन्हें कड़ी से कड़ी सजा दी जाएगी।” उन्होंने सुरक्षा बलों को निर्देश दिया कि वे Pahalgam Terrorist Attack के आतंकियों को जल्द से जल्द पकड़ें और उन्हें न्याय के कटघरे में लाएं।
राष्ट्रीय शोक और राजनीतिक प्रतिक्रियाएं
कांग्रेस, पीडीपी, शिवसेना (यूबीटी) सहित विभिन्न राजनीतिक दलों ने इस हमले की निंदा की है। पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने कहा, “यह हमला मानवता के खिलाफ है, और दोषियों को बख्शा नहीं जाना चाहिए।” Pahalgam Terrorist Attack के मद्देनज़र कई राज्यों में विरोध प्रदर्शन और कैंडल मार्च आयोजित किए गए हैं।
पर्यटकों की सुरक्षित वापसी और सहायता

Pahalgam Terrorist Attack हमले के बाद, कश्मीर में फंसे पर्यटकों की सुरक्षित वापसी के लिए विशेष उड़ानों की व्यवस्था की गई है। सरकार ने एयरलाइनों से किराए में वृद्धि न करने का अनुरोध किया है। इसके अलावा, जम्मू-कश्मीर सरकार ने मृतकों के परिजनों को ₹10 लाख और गंभीर रूप से घायलों को ₹2 लाख की सहायता राशि देने की घोषणा की है।
Pahalgam Terror Attack: 35 साल में पहली बार कश्मीर घाटी हुई बंद, पर्यटकों पर आतंकी हमले के खिलाफ जनाक्रोश
अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रियाएं
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इस हमले की निंदा करते हुए कहा, “यह आतंकवाद के खिलाफ भारत के संघर्ष में एक गंभीर क्षण है, और अमेरिका भारत के साथ मजबूती से खड़ा है।” पाकिस्तान ने इस Pahalgam Terrorist Attack हमले में अपनी संलिप्तता से इनकार किया है, लेकिन भारत ने स्पष्ट किया है कि वह आतंकवाद के खिलाफ कठोर कार्रवाई करेगा।
- संयुक्त राष्ट्र महासचिव ने इस हमले की कड़ी निंदा की है।
- अमेरिका, फ्रांस, रूस, जापान सहित कई देशों ने भारत के साथ एकजुटता जताई है।
- डोनाल्ड ट्रंप ने कहा, “भारत को आतंकियों पर निर्णायक कार्रवाई करनी चाहिए और अमेरिका उसका पूर्ण समर्थन करेगा।”
राजनीतिक दलों की प्रतिक्रियाएं
- कांग्रेस ने केंद्र सरकार की सुरक्षा नीति पर सवाल उठाते हुए कहा कि “सरकार को सिर्फ नारे नहीं, ठोस कार्रवाई करनी चाहिए।”
- पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने कहा, “यह हमला सिर्फ पर्यटकों पर नहीं, कश्मीर की छवि पर भी हमला है।”
- नेशनल कांफ्रेंस के उमर अब्दुल्ला ने हमले को “मानवता के खिलाफ जघन्य अपराध” बताया।

आगे की राह
यह हमला कश्मीर में हालिया स्थिरता और पर्यटन में वृद्धि के बीच हुआ है, जिससे क्षेत्र में फिर से अस्थिरता का खतरा बढ़ गया है। सरकार ने स्पष्ट कर दिया है कि वह आतंकवाद के खिलाफ “जीरो टॉलरेंस” की नीति अपनाएगी और दोषियों को सजा दिलाने में कोई कसर नहीं छोड़ेगी। Pahalgam Terrorist Attack हमला न केवल एक दुखद घटना है, बल्कि यह इस बात की भी याद दिलाता है कि आतंकवाद अब भी भारत के लिए सबसे बड़ा खतरा बना हुआ है।
इस चुनौती का सामना केवल सरकार या सेना नहीं, बल्कि हर भारतीय को मिलकर करना होगा। एकजुटता, सतर्कता और संवेदनशीलता ही इसका जवाब हैं।
यह घटना न केवल जम्मू-कश्मीर बल्कि पूरे देश के लिए एक चेतावनी है कि आतंकवाद के खिलाफ सतर्कता और एकजुटता आवश्यक है। सरकार और सुरक्षा बलों की त्वरित प्रतिक्रिया और नागरिकों की एकजुटता से यह संदेश जाता है कि भारत आतंकवाद के सामने कभी नहीं झुकेगा।
अवि नमन यूनिफाइड भारत के एक विचारशील राजनीतिक पत्रकार और लेखक हैं, जो भारतीय राजनीति, नीति निर्माण और सामाजिक न्याय पर तथ्यपरक विश्लेषण के लिए जाने जाते हैं। उनकी लेखनी में गहरी समझ और नया दृष्टिकोण झलकता है। मीडियम और अन्य मंचों पर उनके लेख लोकतंत्र, कानून और सामाजिक परिवर्तन को रेखांकित करते हैं। अवि ने पत्रकारिता के बदलते परिवेश सहित चार पुस्तकों की रचना की है और सामाजिक-राजनीतिक जागरूकता के लिए समर्पित हैं।