Pahalgam Terror Attack: सुरक्षा बलों की तलाशी तेज, सरकार ने की मुआवजे की घोषणा
प्रमुख बिंदु-
श्रीनगर, 23 अप्रैल 2025 (Pahalgam Terror Attack): जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में मंगलवार (22 अप्रैल 2025) को हुए आतंकी हमले ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया। इस हमले में 26 लोगों की जान चली गई, जिनमें ज्यादातर पर्यटक थे, और कई अन्य घायल हुए। इस भयावह घटना के विरोध में कश्मीर घाटी में 35 साल बाद पहली बार पूर्ण बंद का आह्वान किया गया। श्रीनगर सहित घाटी के सभी प्रमुख शहरों में दुकानें, पेट्रोल पंप और अन्य व्यावसायिक प्रतिष्ठान बंद रहे। केवल आवश्यक वस्तुओं की दुकानें ही खुली रहीं। इस हमले को कश्मीरियत और घाटी की शांति पर हमला बताते हुए स्थानीय लोगों ने सड़कों पर उतरकर शांतिपूर्ण प्रदर्शन किए।

घाटी में अभूतपूर्व बंद, जनता का गुस्सा
कश्मीर घाटी में बुधवार (23 अप्रैल 2025) को पूर्ण बंद का असर साफ दिखाई दिया। श्रीनगर में सार्वजनिक परिवहन लगभग ठप रहा, हालांकि निजी वाहन सड़कों पर नजर आए। निजी स्कूल बंद रहे, जबकि सरकारी स्कूल खुले रहे। कश्मीर विश्वविद्यालय ने 23 अप्रैल को होने वाली सभी परीक्षाओं को स्थगित कर दिया। घाटी के अन्य जिला मुख्यालयों में भी बंद का व्यापक असर देखा गया। कई जगहों पर लोगों ने शांतिपूर्ण प्रदर्शन किए, आतंकवाद की निंदा की और निर्दोष लोगों की हत्या रोकने की मांग की। प्रदर्शनकारियों ने नारे लगाए, जैसे “हिंदुस्तान जिंदाबाद” और “आतंकवाद बंद करो”।

बाइसरण घास के मैदान में आतंकी हमला
यह हमला दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग जिले में पहलगाम के बाइसरण घास के मैदान में हुआ, जिसे ‘मिनी स्विट्जरलैंड’ के नाम से जाना जाता है। आतंकियों ने पर्यटकों के एक समूह पर अंधाधुंध गोलीबारी की, जिसमें 25 पर्यटक और एक स्थानीय गाइड शहीद हो गए। इस हमले की जिम्मेदारी लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े संगठन ‘द रेसिस्टेंस फ्रंट’ (TRF) ने ली है। घायल से पता चला कि आतंकियों ने धार्मिक आधार पर हिंदू पर्यटकों को निशाना बनाया। यह हमला 2019 के पुलवामा हमले के बाद घाटी का सबसे घातक आतंकी हमला है।

राजनीतिक और सामाजिक संगठनों का समर्थन
बंद के आह्वान को कई राजनीतिक दलों, सामाजिक-धार्मिक संगठनों, व्यापारिक निकायों और सिविल सोसाइटी समूहों का समर्थन मिला। नेशनल कॉन्फ्रेंस, पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (PDP), पीपुल्स कॉन्फ्रेंस और अपनी पार्टी ने हमले की निंदा करते हुए बंद का समर्थन किया। मीरवाइज उमर फारूक के नेतृत्व वाले मुताहिदा मजलिस उलेमा (MMU) ने इसे जघन्य अपराध करार देते हुए शांतिपूर्ण विरोध की अपील की। कश्मीर चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज और कश्मीर ट्रेडर्स एंड मैन्युफैक्चरर्स फेडरेशन ने भी बंद का आह्वान किया।

सरकार और सुरक्षा बलों की कार्रवाई
जम्मू-कश्मीर की उमर अब्दुल्ला सरकार ने मृतकों के परिवारों के लिए 10 लाख रुपये और गंभीर रूप से घायल लोगों के लिए 2 लाख रुपये के मुआवजे की घोषणा की है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने श्रीनगर में पीड़ित परिवारों से मुलाकात की और हमलावरों को कड़ी सजा देने का वादा किया। उन्होंने कहा, “भारत आतंक के आगे नहीं झुकेगा।” सुरक्षा बलों ने बाइसरण क्षेत्र में बड़े पैमाने पर तलाशी अभियान शुरू किया है और पर्यटक स्थलों पर अतिरिक्त बल तैनात किए गए हैं। श्रीनगर और अन्य जिलों में महत्वपूर्ण स्थानों पर सुरक्षा कड़ी कर दी गई है।

विश्व नेताओं की प्रतिक्रिया
हमले की निंदा में विश्व नेताओं ने भारत के साथ एकजुटता दिखाई। नेपाल के प्रधानमंत्री के.पी. शर्मा ओली, ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीज, इज़राइली प्रधानमंत्री नेतन्याहु बेंजामिन नेतन्याहू और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प सहित कई देशों के प्रधान नेता हमले की कड़ी निंदा करते हुए भारत के समर्थन में एक साथ आए हैं।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने कहा, कश्मीर से आई खबर बहुत ही परेशान करने वाली है। अमेरिका आतंकवाद के खिलाफ भारत के साथ मजबूती से खड़ा है। हम मृतकों की आत्मा की शांति और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करते हैं। प्रधानमंत्री मोदी और भारत के अद्भुत लोगों को हमारा पूर्ण समर्थन और गहरी संवेदना है।
वहीं, रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने जम्मू-कश्मीर के #पाहलगाम में हुए आतंकी हमले के दुखद परिणामों पर भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रति अपनी संवेदनाएँ व्यक्त कीं।
इज़राइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने लिखा, मेरे प्रिय मित्र नरेंद्र मोदी, मैं जम्मू-कश्मीर के #पाहलगाम में हुए क्रूर आतंकी हमले से बहुत दुखी हूँ, जिसमें दर्जनों निर्दोष लोग मारे गए और घायल हुए।हमारी संवेदनाएँ और प्रार्थनाएँ पीड़ितों और उनके परिवारों के साथ हैं। इज़राइल आतंकवाद के खिलाफ भारत के संघर्ष में उसके साथ खड़ा है।
अमेरिका के उपराष्ट्रपति जेडी वेंस जो अभी भारत दौरे पर हैं उन्होंने लिखा, उषा और मैं पाहलगाम, भारत में हुए विनाशकारी आतंकी हमले के पीड़ितों के प्रति अपनी संवेदनाएँ व्यक्त करते हैं। पिछले कुछ दिनों में, हम इस देश और इसके लोगों की सुंदरता से अभिभूत हुए हैं। इस भयावह हमले के शोक में हमारी विचार और प्रार्थनाएँ उनके साथ हैं।
कश्मीरियत पर हमला
PDP प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने कहा, “यह हमला न केवल पर्यटकों पर, बल्कि कश्मीरियत पर भी हमला है।” स्थानीय लोगों का कहना है कि वे सेना के साथ कंधे से कंधा मिलाकर आतंकवाद के खिलाफ लड़ेंगे। घाटी में लोगों का गुस्सा और एकजुटता इस बात का प्रमाण है कि कश्मीर शांति और भाईचारे का पक्षधर है।
#WATCH | श्रीनगर | #PahalgamTerroristAttack हमले पर PDP प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने कहा, "जो कल पहलगाम में हमला हुआ वह केवल मासूम पर्यटकों पर हमला भर नहीं था बल्कि जम्मू कश्मीर के लोगों पर हमला था। हम इसकी निंदा करते हैं। यह बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। केंद्रीय गृह मंत्री यहां आए हुए… pic.twitter.com/orJ6WxgtMe
— ANI_HindiNews (@AHindinews) April 23, 2025
सुरक्षा बलों का जवाब
हमले के बाद भारतीय सेना, CRPF और जम्मू-कश्मीर पुलिस ने इलाके को घेर लिया और आतंकियों की तलाश में हेलिकॉप्टर तैनात किए। NIA की एक टीम जांच के लिए पाहलगाम पहुंची। बारामूला में नियंत्रण रेखा पर एक घुसपैठ की कोशिश को नाकाम करते हुए दो आतंकी मार गिराए गए।
राणा अंशुमान सिंह यूनिफाइड भारत के एक उत्साही पत्रकार हैं, जो निष्पक्ष और प्रभावी ख़बरों के सन्दर्भ में जाने जाना पसंद करते हैं। वह सामाजिक मुद्दों, धार्मिक पर्यटन, पर्यावरण, महिलाओं के अधिकारों और राजनीति पर गहन शोध करना पसंद करते हैं। पत्रकारिता के साथ-साथ हिंदी-उर्दू में कविताएँ और ग़ज़लें लिखने के शौकीन राणा भारतीय संस्कृति और सामाजिक बदलाव के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।