Mathura Rape Case: नन्ही सी जान पर अत्याचार: स्कूल में दुष्कर्म, न्याय के लिए परिवार की पुकार!
प्रमुख बिंदु-
मथुरा, 19 अप्रैल 2025: उत्तर प्रदेश के मथुरा (Mathura) जिले के बलदेव थाना क्षेत्र में स्थित बलदेव पब्लिक स्कूल में एक 4 वर्षीय नन्ही बच्ची के साथ हुई दुष्कर्म की दिल दहला देने वाली घटना ने पूरे क्षेत्र में सनसनी फैला दी है। इस भयावह घटना को चार दिन बीत चुके हैं, लेकिन पुलिस अभी तक किसी भी आरोपी को गिरफ्तार नहीं कर सकी है। पीड़िता के परिवार ने पुलिस और स्कूल प्रबंधन पर मामले को दबाने और धमकाने के गंभीर आरोप लगाए हैं, जिसके चलते स्थानीय लोगों में आक्रोश बढ़ता जा रहा है। पीड़िता के पिता ने न्याय न मिलने पर आत्मदाह की चेतावनी दी है, जिसने इस मामले को और गंभीर बना दिया है।

घटना का विवरण
घटना 15 अप्रैल 2025 को उस समय सामने आई, जब नर्सरी में पढ़ने वाली 4 वर्षीय बच्ची स्कूल से रोते-बिलखते घर लौटी। मां ने देखा कि बच्ची के कपड़े खून से सने थे और उसके निजी अंगों पर गंभीर चोट के निशान थे। बच्ची ने रोते हुए अपनी मां को बताया कि स्कूल में उसके साथ गलत काम किया गया। सदमे में आए परिजनों ने तुरंत स्थानीय पुलिस को सूचना दी और बच्ची को मेडिकल जांच के लिए अस्पताल ले गए।
मेडिकल रिपोर्ट में दुष्कर्म की पुष्टि हुई, जिसके बाद परिवार ने थाना बलदेव में शिकायत दर्ज कराने की कोशिश की। हालांकि, परिवार का आरोप है कि पुलिस ने दो दिन तक उनकी शिकायत पर कोई कार्रवाई नहीं की और FIR दर्ज करने में जानबूझकर देरी की।

पुलिस और स्कूल प्रबंधन पर आरोप
पीड़िता के पिता ने स्कूल प्रबंधन और पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उनका दावा है कि स्कूल के प्रबंधक अशोक सिकरवार और प्रिंसिपल अनीता सिकरवार ने पैसे के बल पर पुलिस के साथ मिलकर मामले को दबाने की कोशिश की। पिता के अनुसार, स्कूल के सीसीटीवी फुटेज में छेड़छाड़ की गई है और महत्वपूर्ण सबूतों को नष्ट करने का प्रयास किया गया है। परिवार का यह भी आरोप है कि पुलिस जांच में जानबूझकर ढिलाई बरत रही है और उन्हें बार-बार धमकियां मिल रही हैं। पीड़िता के मामा ने बताया कि जब वे थाने में शिकायत दर्ज कराने गए, तो पुलिस ने उन्हें टरकाने की कोशिश की और कोई ठोस कार्रवाई नहीं की।
परिवार का गुस्सा तब और भड़क गया, जब उन्हें पता चला कि स्कूल प्रबंधन ने घटना के बाद कोई सहयोग नहीं किया और उल्टा उन्हें चुप रहने की धमकी दी। पीड़ित पिता ने कहा, “मेरी बेटी की जिंदगी बर्बाद हो गई, लेकिन स्कूल और पुलिस हमें ही डरा रहे हैं। अगर हमें न्याय नहीं मिला, तो मैं अपने परिवार के साथ आत्मदाह कर लूंगा।”

पुलिस का पक्ष: “जांच जारी है”
मथुरा के एसपी (ग्रामीण) त्रिगुण विशेन ने बताया कि घटना के संबंध में थाना बलदेव में सुसंगत धाराओं के तहत FIR दर्ज की गई है। उन्होंने कहा कि सीसीटीवी फुटेज की जांच की जा रही है और मेडिकल सबूतों को आगरा फॉरेंसिक लैब भेजा गया है। हालांकि, उन्होंने परिवार को धमकाने के आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया। पुलिस का दावा है कि जांच तेजी से चल रही है, लेकिन अभी तक किसी संदिग्ध की पहचान नहीं हो सकी है। मथुरा पुलिस ने अपने आधिकारिक X अकाउंट पर भी इस मामले में बयान जारी किया, जिसमें कहा गया कि “अग्रिम विधिक कार्यवाही की जा रही है।”
➡️थाना बल्देव क्षेत्रान्तर्गत बालिका के साथ घटित घटना के सम्बन्ध में #SP_RURAL द्वारा दी गई बाईट ।@Uppolice @igrangeagra @adgzoneagra pic.twitter.com/H8EWD2tSb7
— MATHURA POLICE (@mathurapolice) April 19, 2025
इस घटना ने स्थानीय समुदाय में व्यापक आक्रोश पैदा किया है। सोशल मीडिया पर लोग पुलिस और स्कूल प्रबंधन की कथित लापरवाही की कड़ी आलोचना कर रहे हैं। कुछ स्थानीय नेताओं ने भी इस मामले को उठाया है और त्वरित कार्रवाई की मांग की है। विपक्षी दलों ने योगी सरकार पर निशाना साधते हुए कानून व्यवस्था की स्थिति पर सवाल उठाए हैं।
पुलिस ने दावा किया है कि जल्द ही मामले में प्रगति होगी, लेकिन पीड़ित परिवार का धैर्य अब जवाब दे रहा है। इस घटना ने न केवल मथुरा, बल्कि पूरे देश में बाल यौन शोषण के खिलाफ कठोर कानूनी और सामाजिक उपायों की मांग को और तेज कर दिया है।