प्रमुख बिंदु-
मुंबई, 25 नवंबर 2025(Market Today): भारतीय शेयर बाज़ार मंगलवार को कमजोर रुझान के साथ बंद हुआ। लगातार तीसरे दिन गिरावट दर्ज हुई क्योंकि मासिक F&O एक्सपायरी, विदेशी निवेशकों की बिकवाली और वैश्विक बाज़ारों से मिले-जुले संकेतों ने निवेशकों के मनोबल पर असर डाला। दिन भर की हलचल के बाद सेंसेक्स 314 अंक गिरकर 84,587 पर और निफ्टी 75 अंक फिसलकर 25,884.80 पर बंद हुआ।

घरेलू बाज़ार(Market Today)
आज के कारोबार में भारतीय शेयर बाज़ार दबाव में रहा, जहां प्रमुख सूचकांकों में लगातार तीसरे दिन गिरावट दर्ज हुई। सेंसेक्स 314 अंक टूटकर 84,587 पर बंद हुआ, जबकि निफ्टी 75 अंक गिरकर 25,884.80 पर आ गया। बाज़ार में सबसे अधिक कमजोरी आईटी, ऑटो, एफएमसीजी और ऑयल-गैस सेक्टर में देखने को मिली, जहां Infosys, TCS और HCL Tech जैसे दिग्गज स्टॉक्स में भारी दबाव रहा।
हालांकि मिड-कैप और स्मॉल-कैप इंडेक्स ने अपेक्षाकृत बेहतर प्रदर्शन किया और कई शेयरों में सीमित खरीदारी देखने को मिली। दूसरी ओर, PSU बैंक सेक्टर आज बाज़ार के कुछ मज़बूत समूहों में शामिल रहा और इसने गिरावट के बीच थोड़ी स्थिरता प्रदान की। वहीं, इंडिया VIX में करीब 7.5% की गिरावट आई, जिससे वोलैटिलिटी कम हुई और बाज़ार का मूड कुछ हद तक शांत दिखाई दिया।

वैश्विक बाज़ार
अंवैश्विक बाज़ारों से आज मिले संकेत पूरी तरह मज़बूत नहीं रहे। एशियाई बाज़ारों में हल्की बढ़त देखने को मिली, लेकिन अमेरिकी बाज़ारों में महंगाई के आंकड़ों को लेकर चिंता बनी रही, जिससे वैश्विक निवेशकों का रुख सावधान रहा। फेडरल रिज़र्व की अगली नीति पर भी दुनिया की नज़रें टिकी हुई हैं, जिससे अंतरराष्ट्रीय बाज़ारों में अनिश्चितता बनी हुई है। भारत में सुबह के सत्र में बाज़ार ने हल्की बढ़त के साथ शुरुआत की थी, लेकिन घरेलू बिकवाली के दबाव में यह बढ़त टिक नहीं पाई। इसी बीच, RBI ने अपने ताज़ा बुलेटिन में चेतावनी दी कि वैश्विक बाज़ारों में “अत्यधिक उत्साह” का माहौल दिख रहा है, जो आने वाले समय में अस्थिरता बढ़ा सकता है।

आज बाज़ार क्यों गिरा?
आज बाज़ार में गिरावट के पीछे कई महत्वपूर्ण कारण रहे। सबसे बड़ा कारक था मासिक डेरिवेटिव (F&O) एक्सपायरी, जिसके चलते ट्रेडर्स अपनी पोज़िशन एडजस्ट करते रहे और बाज़ार में वोलैटिलिटी बढ़ती गई। इसके साथ ही विदेशी संस्थागत निवेशकों (FII) की लगातार बिकवाली ने सेंटीमेंट को कमजोर कर दिया। ग्लोबल बॉन्ड यील्ड में उतार-चढ़ाव और जोखिम उठाने की क्षमता में कमी ने विदेशी निवेश को भारत से बाहर धकेला, जिससे इंडेक्स पर और दबाव बना।
सेक्टर्स की बात करें तो आईटी और ऑटो सेक्टर में सबसे अधिक कमजोरी देखने को मिली। आईटी कंपनियों की डॉलर पर आधारित कमाई में अनिश्चितता बनी रही, जबकि ऑटो सेक्टर त्योहारों के बाद मांग के सुस्त पड़ने से दबाव में दिखा। एफएमसीजी और ऑयल-गैस सेक्टर भी कमजोरी के साथ कारोबार करते रहे। हालांकि, मेटल सेक्टर ने बाज़ार को कुछ सहारा दिया, जहां स्पॉट डिमांड बढ़ने से एल्युमिनियम, कॉपर और जिंक फ्यूचर्स में मजबूती देखने को मिली। कुल मिलाकर, घरेलू और वैश्विक दोनों तरह के कारकों ने आज बाज़ार को नीचे खींचा।

आगे बाज़ार का रुख क्या रहेगा?
विश्लेषकों का मानना है कि आने वाले 1–2 दिनों में बाज़ार में उतार-चढ़ाव जारी रह सकता है, क्योंकि कई महत्वपूर्ण कारक अभी भी निवेशकों के रुख को प्रभावित कर रहे हैं। सबसे पहले, मासिक F&O एक्सपायरी का असर कुछ समय तक महसूस किया जा सकता है, जिससे इंडेक्स में हलचल बनी रह सकती है। इसके अलावा, अमेरिका के महंगाई और रोजगार के ताज़ा आंकड़े बाजार की दिशा तय करने में अहम भूमिका निभाएंगे, क्योंकि उनका सीधा प्रभाव वैश्विक फेड नीति और विदेशी निवेश प्रवाह पर पड़ता है।
विदेशी निवेशकों (FII) की गतिविधि भी भारतीय बाज़ार की स्थिति को प्रभावित करती रहेगी। साथ ही, निवेशक RBI की अगली टिप्पणी और वैश्विक क्रूड ऑयल की कीमतों पर भी नज़र बनाए हुए हैं, क्योंकि इनमें बदलाव से घरेलू मुद्रास्फीति और कॉर्पोरेट लागत पर असर हो सकता है। विशेषज्ञों के अनुसार, मौजूदा बाज़ार माहौल में PSU बैंक और मेटल सेक्टर शॉर्ट-टर्म अवसर प्रदान कर सकते हैं, जबकि आईटी और ऑटो सेगमेंट में सावधानी बरतने की सलाह दी जाती है। वहीं, लंबी अवधि के निवेशकों के लिए यह गिरावट अच्छी कंपनियों में आकर्षक वैल्यू पर निवेश का मौका भी बन सकती है।

आज के प्रमुख आंकड़े
| इंडेक्स / डेटा | स्थिति |
|---|
| सेंसेक्स | 84,587 (-314) |
| निफ्टी 50 | 25,884.80 (-75) |
| इंडिया VIX | लगभग 7.5% गिरा |
| सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन | PSU बैंक, मेटल्स |
| सबसे कमजोर सेक्टर | IT, ऑटो, FMCG, ऑयल-गैस |
डिस्क्लेमर
यह बाज़ार रिपोर्ट केवल सामान्य जानकारी के लिए है। इसे निवेश सलाह न समझें। शेयर बाज़ार जोखिमों के अधीन है। निवेश करने से पहले अपने वित्तीय सलाहकार से परामर्श अवश्य करें।


दिव्यांशु सिंह यूनिफाइड भारत के एक शोधपरक और तथ्य-संवेदनशील कंटेंट राइटर हैं, जो सरकारी नौकरियों, रक्षा समाचार और अंतरराष्ट्रीय संबंधों पर विशेषज्ञता रखते हैं। उनके लेख सरकारी परीक्षाओं, नियुक्तियों और नीतिगत बदलावों को सरलता से समझाते हैं, जो लाखों युवाओं के लिए भरोसेमंद सूचना का स्रोत हैं। रोजगार और सामाजिक स्थिरता के लिए सटीक जानकारी देने के साथ-साथ वह रक्षा और अंतरराष्ट्रीय राजनीति जैसे जटिल विषयों को सहज भाषा में प्रस्तुत करने के लिए समर्पित हैं।
