प्रमुख बिंदु-
Varanasi Weather: काशी गंगा की तेज़ लहरों और बारिश की बूंदों से सराबोर हो गईं। बीती रात वाराणसी में बादलों ने गरज-चमक के साथ जोरदार बौछारें बरसाईं, जिसने उमस भरी गर्मी को हल्की ठंडक में बदल दिया। मौसम विभाग के अनुसार, रात में तापमान 27 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहा और गरज के साथ मध्यम से तेज़ बारिश दर्ज की गई।
आज दिन में अधिकतम तापमान 33 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच सकता है, जबकि न्यूनतम तापमान 27 डिग्री सेल्सियस रहेगा। बारिश की संभावना करीब 45% है। लेकिन सावधान! ये बौछारें अगले हफ्ते तक जारी रह सकती हैं, जिससे तापमान में गिरावट आएगी और हल्की ठंडक का अहसास होगा। मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि सितंबर के आखिर में मॉनसून की विदाई धीमी हो रही है। पूर्वी उत्तर प्रदेश में कम दबाव का क्षेत्र सक्रिय है, जो वाराणसी समेत आसपास के जिलों में बारिश का सिलसिला बरकरार रखेगा।
आज और कल का मौसम
आज सुबह से ही आसमान में काले बादल मंडरा रहे हैं। घंटेवार पूर्वानुमान (Forecast) के अनुसार, रात 3 बजे से सुबह 5 बजे तक हल्की बारिश जारी रह सकती है। सुबह 5:48 बजे सूर्योदय होगा, लेकिन धूप ज्यादा देर नहीं टिकेगी। दोपहर में गरज-चमक के साथ बौछारें पड़ने की पूरी संभावना है। हवा की गति 10-15 किलोमीटर प्रति घंटा रहेगी, जो पूर्व दिशा से चलेगी। नमी का स्तर 70-80 फीसदी तक रहेगा, जिससे उमस महसूस होगी।
कल, 28 सितंबर को मौसम में थोड़ी राहत मिलेगी। अधिकतम तापमान 34 डिग्री और न्यूनतम 26 डिग्री सेल्सियस के बीच रहेगा। बारिश की संभावना घटकर 30 फीसदी हो जाएगी। सुबह धूप खिल सकती है, लेकिन शाम को फिर बादल घिरने लगेंगे। अचानक बदले इस मौसम में शहर के कई इलाकों में हल्का जलभराव हो सकता है, इसलिए वाहन चालकों को सतर्क रहना चाहिए। एक तरफ जहां ये बारिश गर्मी से राहत दे रही है, वहीं दूसरी ओर ट्रैफिक जाम जैसी परेशानियां भी बढ़ा सकती है।

अगले हफ्ते का फोरकास्ट
अगले कुछ दिनों में मौसम का मिजाज बार-बार बदलेगा। रविवार और सोमवार को राहत की सांस लें, क्योंकि इन दिनों साफ आसमान रहेगा। तापमान 26 से 34 डिग्री के बीच रहेगा और बारिश की संभावना न के बराबर होगी। धूप खिली रहेगी, जो सुबह की सैर के लिए बेहतरीन रहेगी। लेकिन मंगलवार से फिर बादल लौट आएंगे। मंगलवार को 50 फीसदी, बुधवार को 60 फीसदी, गुरुवार और शुक्रवार को 70 फीसदी, शनिवार को 65 फीसदी तथा अगले रविवार को 55 फीसदी बारिश की उम्मीद है।
ये बौछारें गरज-चमक के साथ आएंगी और तापमान में 2-3 डिग्री की गिरावट दर्ज होगी। शुक्रवार तक अधिकतम तापमान 30 डिग्री और न्यूनतम 25 डिग्री तक लुढ़क सकता है। स्काईमेट वेदर और बीबीसी वेदर के पूर्वानुमान बताते हैं कि अक्टूबर की दहलीज पर पहुंचते हुए मॉनसून की विदाई धीमी हो रही है, जिससे हल्की ठंडक का एहसास होने लगेगा। पूर्वांचल के अन्य जिलों जैसे गोरखपुर और देवरिया में भी यही पैटर्न देखने को मिलेगा।

बारिश के असर: फसलों को फायदा
सितंबर में वाराणसी को औसतन 10-12 दिनों में 190 मिलीमीटर से ज्यादा बारिश का सामना करना पड़ता है और इस बार भी यही ट्रेंड दिख रहा है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, धान, सब्जी और फल की फसलों को ये बरसात नेगेटिव नहीं, बल्कि पॉजिटिव असर डाल रही है। किसान खुश हैं, क्योंकि मिट्टी की नमी बनी रहेगी। लेकिन शहर में जलभराव एक चिंता का विषय है।
मौसम विशेषज्ञ सलाह देते हैं कि बारिश के दौरान छाता या रेनकोट साथ रखें। गरज-चमक के समय बिजली के उपकरणों से दूर रहें, क्योंकि बिजली गिरने का खतरा रहता है। बच्चों और बुजुर्गों को सर्दी से बचाने के लिए गर्म कपड़े पहनाएं। नगर निगम ने नालों की सफाई शुरू कर दी है, लेकिन निचले इलाकों में रहने वालों को सतर्क रहना होगा। गंगा घाटों पर आरती का नजारा बारिश में और भी मनोरम हो जाता है, लेकिन लोगों से सावधानी बरतने की अपील की गई है। मौसम विभाग लगातार अपडेट दे रहा है, इसलिए मौसम विभाग की वेबसाइट और ऐप्स पर ताजा अपडेट्स देखते रहें।
राणा अंशुमान सिंह यूनिफाइड भारत के एक उत्साही पत्रकार हैं, जो निष्पक्ष और प्रभावी ख़बरों के सन्दर्भ में जाने जाना पसंद करते हैं। वह सामाजिक मुद्दों, धार्मिक पर्यटन, पर्यावरण, महिलाओं के अधिकारों और राजनीति पर गहन शोध करना पसंद करते हैं। पत्रकारिता के साथ-साथ हिंदी-उर्दू में कविताएँ और ग़ज़लें लिखने के शौकीन राणा भारतीय संस्कृति और सामाजिक बदलाव के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।