प्रमुख बिंदु-
नई दिल्ली: नवरात्रि की पूर्व संध्या पर रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) ने देश को 20 मिनट का संबोधन दिया। उन्होंने 22 सितंबर से शुरू हो रहे ‘GST बचत उत्सव’ की घोषणा की, जो नेक्स्ट जनरेशन GST सुधारों का हिस्सा है। पीएम ने कहा कि ये बदलाव गरीब, मध्यम वर्ग और एमएसएमई को फायदा पहुंचाएंगे। लेकिन कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने इसे ‘गब्बर सिंह टैक्स’ का बैंडेड लगाने जैसा बताया।
पीएम मोदी का ऐतिहासिक संबोधन: बचत उत्सव की शुरुआत
प्रधानमंत्री मोदी ने शाम 5 बजे देश को संबोधित करते हुए नवरात्रि की शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा, “कल सूर्योदय के साथ ही नेक्स्ट जनरेशन GST लागू हो जाएगा। ये GST बचत उत्सव की शुरुआत होगी। आपकी बचत बढ़ेगी और पसंदीदा चीजें सस्ती मिलेंगी।” GST काउंसिल की 56वीं बैठक में मंजूर ये सुधार 22 सितंबर से अमल में आएंगे। पुरानी 12% और 28% स्लैब हटाकर अब मुख्य रूप से 5% और 18% स्लैब रहेंगे। लग्जरी और सिन गुड्स पर ऊंची दरें बरकरार रहेंगी।
पीएम ने जोर देकर कहा कि ये सुधार ‘आत्मनिर्भर भारत’ का बड़ा कदम हैं। उन्होंने बताया कि 2014 में सत्ता मिलने पर GST को प्राथमिकता दी गई। पहले दर्जनों टैक्स जैसे ऑक्ट्री, एंट्री टैक्स, वैट से व्यापारी परेशान थे। अब ‘वन नेशन वन टैक्स’ का सपना पूरा हो रहा है। इंडस्ट्री ने इसे सराहा, कहा कि ये निवेश आकर्षित करेगा। बीजेपी ने 22 से 29 सितंबर तक ‘GST बचत उत्सव’ कैंपेन लॉन्च किया, जिसमें सांसद बाजारों में पैदल मार्च करेंगे।
PM Modi के संबोधन की 5 मुख्य बातें
पीएम के संबोधन की 5 बड़ी बातें देशभर में चर्चा का विषय बनीं।
- पहली, GST 2.0 से घरेलू सामान सस्ता होगा- टीवी, फ्रिज, बाइक, स्कूटर और घूमने-फिरने का खर्च कम।
- दूसरी, 25 करोड़ लोग गरीबी से बाहर निकले हैं, जो नई मिडिल क्लास बन रहे हैं। इस साल 12 लाख तक इनकम टैक्स फ्री का तोहफा मिला, अब GST कट से डबल फायदा।
- तीसरी, एमएसएमई को आसान नियम और कम टैक्स से बिक्री बढ़ेगी। पीएम बोले, “एमएसएमई भारत की ताकत हैं, प्राचीन काल में भी इन्होंने देश को शिखर पर पहुंचाया।”
- चौथी, स्वदेशी पर जोर- “देश में जो बना सकते हैं, वही बनाएं। मेड इन इंडिया खरीदें।”
- पांचवीं, राज्य सरकारों से अपील- मैन्युफैक्चरिंग को गति दें, निवेश का माहौल बनाएं। केंद्र-राज्य मिलकर विकसित भारत बनाएंगे। इन बातों ने सोशल मीडिया पर तहलका मचा दिया।

विपक्ष का तीखा प्रहार: खड़गे का ‘नौ सौ चूहे’ तंज
पीएम के संबोधन के तुरंत बाद कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने एक्स पर तीखा हमला बोला। उन्होंने हिंदी मुहावरा इस्तेमाल किया- “नौ सौ चूहे खाकर, बिल्ली हज को चली!” खड़गे ने लिखा, “मोदी जी, आपकी सरकार ने कांग्रेस के सरल GST की जगह 9 स्लैब वाले ‘गब्बर सिंह टैक्स’ लगाया। 8 साल में 55 लाख करोड़ वसूले। अब 2.5 लाख करोड़ के ‘बचत उत्सव’ से घाव पर बैंडेड लगाने की कोशिश कर रहे हैं।” उन्होंने दाल-चावल, किताबें, इलाज और ट्रैक्टर पर GST का जिक्र कर सरकार से माफी मांगने को कहा।
कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने भी कहा कि ये सुधार 8 साल देरी से आए, क्या ये निजी निवेश बढ़ाएंगे? आरएस सुरजेवाला ने युवाओं के एच1बी वीजा पर चुप्पी पर सवाल उठाए। विपक्ष का कहना है कि ये ‘ग्रोथ-सप्रेसिंग टैक्स’ है।
अर्थव्यवस्था में नया जोश
ये सुधार न सिर्फ टैक्स सिस्टम को सरल बनाएंगे, बल्कि उपभोग बढ़ाकर अर्थव्यवस्था को रफ्तार देंगे। विशेषज्ञों का मानना है कि 200 से ज्यादा आइटम्स सस्ते होंगे, जैसे स्कूल सामान, इंश्योरेंस और पैकेज्ड फूड। रिफंड प्रक्रिया आसान बनेगी, एमएसएमई को वर्किंग कैपिटल मिलेगा। लेकिन विपक्ष की आलोचना से सियासी बहस तेज हो गई है। क्या ये ‘उत्सव’ वाकई हर घर पहुंचेगा? देश देख रहा है।
राणा अंशुमान सिंह यूनिफाइड भारत के एक उत्साही पत्रकार हैं, जो निष्पक्ष और प्रभावी ख़बरों के सन्दर्भ में जाने जाना पसंद करते हैं। वह सामाजिक मुद्दों, धार्मिक पर्यटन, पर्यावरण, महिलाओं के अधिकारों और राजनीति पर गहन शोध करना पसंद करते हैं। पत्रकारिता के साथ-साथ हिंदी-उर्दू में कविताएँ और ग़ज़लें लिखने के शौकीन राणा भारतीय संस्कृति और सामाजिक बदलाव के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
