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प्रदेश डेस्क: बॉलीवुड अभिनेत्री दिशा पाटनी (Disha Patani) के उत्तर प्रदेश के बरेली स्थित घर पर 12 सितंबर 2025 की रात हुई फायरिंग की घटना ने पूरे देश में सनसनी मचा दी थी। इस घटना के बाद उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) ने दिशा के पिता, रिटायर्ड डीएसपी जगदीश सिंह पाटनी को आश्वासन दिया था कि अपराधियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। अब, इस घटना के कुछ ही दिनों बाद, दोनों शूटरों को पुलिस ने मुठभेड़ में ढेर कर दिया। इसके बाद जगदीश सिंह ने सीएम योगी का फोन पर आभार व्यक्त किया। दिशा के घर के बाहर सुरक्षा को और सख्त कर दिया गया है।
फायरिंग की घटना और CM का आश्वासन
12 सितंबर 2025 की रात करीब 3:45 बजे, बरेली में दिशा पाटनी के घर के बाहर अज्ञात हमलावरों ने फायरिंग की, जिससे इलाके में दहशत फैल गई। इस घटना की जिम्मेदारी कुख्यात गैंगस्टर रोहित गोदारा और गोल्डी बरार ने ली थी।

घटना की जानकारी मिलते ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने तुरंत एक्शन लिया और दिशा के पिता जगदीश सिंह पाटनी से फोन पर बात की। उन्होंने आश्वासन दिया कि अपराधियों को जल्द से जल्द पकड़ा जाएगा और उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी। सीएम के इस त्वरित रुख ने न केवल दिशा के परिवार को राहत दी, बल्कि उत्तर प्रदेश पुलिस की सक्रियता को भी दर्शाया। जगदीश सिंह ने कहा कि यूपी पुलिस भयमुक्त समाज की परिकल्पना को साकार कर रही है।

एनकाउंटर में ढेर हुए दोनों शूटर
पुलिस ने इस मामले में तेजी दिखाते हुए कुछ ही दिनों में दोनों शूटरों, अरुण और रविंद्र, को गाजियाबाद में एक मुठभेड़ में ढेर कर दिया। पुलिस सूत्रों के अनुसार, दोनों बदमाशों के सीने में दो-दो गोलियां लगीं, जिनमें से एक के सीने से गोली आरपार हो गई। मुठभेड़ के बाद दोनों को अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। पोस्टमॉर्टम के लिए गाजियाबाद में वीडियोग्राफी की व्यवस्था की गई और उनके परिवारों को सूचित किया गया, लेकिन कोई भी पोस्टमॉर्टम के लिए नहीं पहुंचा। दोनों शूटर रोहित गोदारा-गोल्डी बरार गिरोह के सक्रिय सदस्य थे और रविंद्र पहले से ही कई आपराधिक मामलों में शामिल था।

कैसे धराए बदमाश?
पुलिस ने इस मामले में अत्यंत सूझबूझ के साथ कार्रवाई की। 11 सितंबर को दोनों शूटर रामपुर के एक होटल में रुके थे, जहां उन्होंने खाना खाया और आराम किया। इसके बाद देर रात वे दिशा पाटनी के घर पहुंचे और फायरिंग की। फायरिंग के बाद वे एक चाय की दुकान पर 22 मिनट तक रुके, जहां रविंद्र ने अपना चेहरा नहीं छिपाया। उसके लाल जूते और सीसीटीवी फुटेज पुलिस के लिए महत्वपूर्ण सुराग बने।
बाइक की नंबर प्लेट को टेप से ढकने के बावजूद, पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज और अन्य तकनीकी साक्ष्यों की मदद से दोनों को गाजियाबाद में ट्रेस कर लिया। मुठभेड़ के दौरान दोनों ने पुलिस पर गोलीबारी की, जिसके जवाब में पुलिस को जवाबी कार्रवाई करनी पड़ी।
दिशा के घर के बाहर चाक-चौबंद सुरक्षा
घटना के बाद दिशा पाटनी के बरेली स्थित घर के बाहर सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत कर दिया गया है। आसपास का इलाका छावनी में तब्दील हो गया है। कॉलोनी के प्रवेश द्वार पर लोहे का गेट लगाया गया है और पुलिस हर घर और गतिविधि पर नजर रख रही है। स्थानीय लोगों का कहना है कि पुलिस की मौजूदगी से अब इलाके में सुरक्षा का माहौल है।
इसके साथ ही, उत्तर प्रदेश पुलिस और एसटीएफ की त्वरित कार्रवाई ने जनता के बीच विश्वास बढ़ाया है। दिशा के पिता ने भी इस त्वरित कार्रवाई के लिए यूपी पुलिस और सीएम योगी की सराहना की।
राणा अंशुमान सिंह यूनिफाइड भारत के एक उत्साही पत्रकार हैं, जो निष्पक्ष और प्रभावी ख़बरों के सन्दर्भ में जाने जाना पसंद करते हैं। वह सामाजिक मुद्दों, धार्मिक पर्यटन, पर्यावरण, महिलाओं के अधिकारों और राजनीति पर गहन शोध करना पसंद करते हैं। पत्रकारिता के साथ-साथ हिंदी-उर्दू में कविताएँ और ग़ज़लें लिखने के शौकीन राणा भारतीय संस्कृति और सामाजिक बदलाव के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।