प्रमुख बिंदु-
नई दिल्ली: महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के अध्यक्ष अजित पवार (Ajit Pawar) एक बार फिर विवादों में घिर गए हैं। सोलापुर जिले के कुर्दु गांव में अवैध मुरम खनन के खिलाफ कार्रवाई कर रही महिला IPS अधिकारी अंजना कृष्णा के साथ उनकी तीखी बहस का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इस वीडियो में अजित पवार कथित तौर पर अधिकारी को कार्रवाई रोकने और धमकी भरे लहजे में बात करते नजर आ रहे हैं। इस घटना ने महाराष्ट्र की सियासत में हलचल मचा दी है और विपक्ष ने इसे सत्ता के दुरुपयोग का मामला करार दिया है।
घटना का विवरण
यह मामला 31 अगस्त 2025 को सोलापुर जिले के माढा तालुका के कुर्दु गांव में सामने आया। सड़क निर्माण के लिए मुरम (रेत जैसी मिट्टी) के अवैध खनन की शिकायत पर 2023 बैच की IPS अधिकारी अंजना कृष्णा अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंची थीं। वहां स्थानीय ग्रामीणों और NCP कार्यकर्ताओं के साथ उनकी बहस शुरू हो गई। ग्रामीणों का दावा था कि खनन ग्राम पंचायत की अनुमति से हो रहा था, लेकिन कोई आधिकारिक दस्तावेज पेश नहीं किया गया। इसी दौरान NCP कार्यकर्ता बाबा जगताप ने उपमुख्यमंत्री अजित पवार को फोन लगाया और कॉल अंजना कृष्णा को थमा दी।
वायरल वीडियो में अजित पवार को अंजना से कहते सुना जा सकता है, “सुनो, मैं डिप्टी चीफ मिनिस्टर अजित पवार बोल रहा हूं। मैं आपको आदेश देता हूं कि ये रुकवाओ।” अंजना ने जवाब दिया कि उन्हें कैसे यकीन हो कि कॉल करने वाले अजित पवार ही हैं। इस पर पवार भड़क गए और बोले, “मैं तेरे पर एक्शन लूंगा। तेरा नंबर दे, मैं वीडियो कॉल करता हूं।” इसके बाद दोनों के बीच वीडियो कॉल पर भी तीखी बातचीत हुई, जिसमें पवार ने कार्रवाई रोकने और तहसीलदार से बात करने का निर्देश दिया।
DSP साहिबा में डम है।
— Dr. Monu Goyal (@monugoyalr) September 4, 2025
मामला है महाराष्ट्र के सोलापुर का जहां
अवैध उत्खनन पर कार्रवाई करने पहुंचीं IPS अंजली कृष्णा को NCP कार्यकर्ता ने अजित पवार का फोन थमा दिया
महिला आईपीएस अधिकारी डीएसपी अंजली कृष्णा और उपमुख्यमंत्री अजित पवार के बीच फोन और वीडियो कॉल पर गरमागरम बहस हो गई. pic.twitter.com/LTJ0I9PxDJ
अंजना कृष्णा: कौन हैं ये तेजतर्रार IPS?
IPS अंजना कृष्णा वी.एस. केरल के तिरुवनंतपुरम की रहने वाली हैं और 2022 में UPSC सिविल सेवा परीक्षा में AIR-355 हासिल कर IPS बनीं। वर्तमान में वे सोलापुर के करमाला में डिप्टी सुपरिटेंडेंट ऑफ पुलिस (DSP) के पद पर तैनात हैं। अंजना ने सेंट मैरीज सेंट्रल स्कूल, पूजप्पुरा से प्रारंभिक शिक्षा और HHMSPB NSS कॉलेज, नीरामंकरा से गणित में स्नातक की डिग्री हासिल की। उनकी ईमानदारी और कठोर फैसलों के लिए प्रशंसा होती रही है। इस घटना में भी उन्होंने दबाव के बावजूद अपनी बात बेबाकी से रखी, जिसने उन्हें सुर्खियों में ला दिया। वीडियो में अंजना का कहना, “मुझे कैसे पता आप ही बोल रहे हैं, मेरे नंबर पर सीधे कॉल करें,” उनकी निडरता को दर्शाता है।

NCP की सफाई और विपक्ष का हमला
NCP ने इस मामले में सफाई देते हुए कहा कि वीडियो को जानबूझकर लीक किया गया है ताकि अजित पवार को बदनाम किया जाए। NCP के प्रदेश अध्यक्ष सुनील तटकरे ने दावा किया कि अजित पवार का इरादा कार्रवाई को पूरी तरह रोकना नहीं था, बल्कि वे कार्यकर्ताओं को शांत करने की कोशिश कर रहे थे। तटकरे ने कहा, “अजित पवार अपनी स्पष्टवादिता के लिए जाने जाते हैं और कभी अवैध गतिविधियों का समर्थन नहीं करते।”
हालांकि, विपक्ष ने इस घटना को सत्ता के दुरुपयोग का मामला बताया। शिवसेना (उद्धव गुट) के नेता संजय राउत ने कहा, “IPS अधिकारी को धमकाना अनुशासनहीनता है।” आम आदमी पार्टी के महाराष्ट्र उपाध्यक्ष विजय कुंभार ने भी इसे सत्ता का दुरुपयोग करार देते हुए कहा, “अधिकारी को गलत काम रोकने से डराने की कोशिश की गई।” कार्यकर्ता अंजली दमानिया ने अजित पवार से माफी मांगने की मांग की।
इस घटना ने महाराष्ट्र की सियासत में नया बवाल खड़ा कर दिया है। यह सवाल उठ रहा है कि क्या अवैध खनन को राजनीतिक संरक्षण मिल रहा है? मुरम का अवैध खनन महाराष्ट्र के कई जिलों में एक गंभीर समस्या है, क्योंकि इसका उपयोग सड़क निर्माण में बड़े पैमाने पर होता है। इस मामले ने यह भी चर्चा छेड़ दी है कि क्या अजित पवार ने मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के गृह विभाग में दखलअंदाजी की, क्योंकि पुलिस विभाग उनके अधीन है।
सोशल मीडिया पर इस वीडियो ने तीखी बहस छेड़ दी है। कुछ लोग अंजना कृष्णा की हिम्मत की तारीफ कर रहे हैं, तो कुछ अजित पवार के रवैये की आलोचना कर रहे हैं। हालांकि, अभी तक कोई औपचारिक शिकायत दर्ज नहीं हुई है और अंजना कृष्णा, तहसीलदार या अन्य अधिकारियों ने इस पर खुलकर कोई बयान नहीं दिया। मामले की जांच चल रही है और यह देखना बाकी है कि इस विवाद का राजनीतिक परिदृश्य पर क्या असर होगा।
राणा अंशुमान सिंह यूनिफाइड भारत के एक उत्साही पत्रकार हैं, जो निष्पक्ष और प्रभावी ख़बरों के सन्दर्भ में जाने जाना पसंद करते हैं। वह सामाजिक मुद्दों, धार्मिक पर्यटन, पर्यावरण, महिलाओं के अधिकारों और राजनीति पर गहन शोध करना पसंद करते हैं। पत्रकारिता के साथ-साथ हिंदी-उर्दू में कविताएँ और ग़ज़लें लिखने के शौकीन राणा भारतीय संस्कृति और सामाजिक बदलाव के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।