प्रमुख बिंदु-
प्रदेश डेस्क, 27 अगस्त 2025: उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ (Azamgarh) जिले के हीरापट्टी इलाके में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां एक लॉज में रहने वाली 10वीं की छात्रा का नहाते समय वीडियो बनाया गया। आरोपी युवक हिमांशु राय को छात्राओं ने रंगे हाथों पकड़ा, जिसके बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। जांच में पता चला कि हिमांशु पिछले एक साल से लॉज में रहने वाली छात्राओं के अश्लील वीडियो बना रहा था। उसके मोबाइल और लैपटॉप से 40 से अधिक आपत्तिजनक वीडियो बरामद हुए हैं, जिनमें कुछ ऐसी छात्राओं के भी वीडियो हैं जो पहले ही लॉज छोड़ चुकी हैं।
घटना का विवरण
यह शर्मनाक घटना 24 अगस्त 2025 को उस समय सामने आई, जब 10वीं कक्षा की एक छात्रा लॉज के बाथरूम में नहा रही थी। छात्रा ने बताया कि नहाते समय उसकी नजर बाथरूम के रोशनदान पर गई, जहां उसे कोई वीडियो बनाता दिखा। उसने तुरंत कपड़े पहने और शोर मचाया। शोर सुनकर लॉज में रहने वाली अन्य छात्राएं दौड़कर पहुंचीं और आरोपी हिमांशु राय को पकड़ लिया। हिमांशु लॉज के आगे के हिस्से में अपने परिवार के साथ किराए पर रहता था। छात्राओं ने उसका मोबाइल छीन लिया और जांच करने पर उसमें कई आपत्तिजनक वीडियो मिले।
छात्राओं ने बताया कि जब उन्होंने हिमांशु का विरोध किया, तो उसने न केवल गाली-गलौज की, बल्कि धमकी भी दी कि अगर उन्होंने शिकायत की तो वह उनके वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल कर देगा। उसने दावा किया कि उसके पास लॉज में रहने वाली कई छात्राओं के वीडियो हैं। शोर-शराबा सुनकर हिमांशु के माता-पिता भी मौके पर पहुंचे और उन्होंने भी छात्राओं को डराने की कोशिश की। हालांकि, मोहल्ले के लोगों ने तुरंत डायल 112 पर पुलिस को सूचना दी, जिसके बाद पुलिस ने मौके पर पहुंचकर हिमांशु को हिरासत में ले लिया।

पुलिस की कार्रवाई
पुलिस ने हिमांशु राय को हिरासत में लेने के बाद उसके मोबाइल और लैपटॉप की जांच की। हिमांशु के डिवाइस से 40 से अधिक अश्लील वीडियो बरामद हुए हैं, जिनमें कई ऐसी छात्राओं के वीडियो भी शामिल हैं जो पहले लॉज छोड़कर जा चुकी हैं। पीड़िता के चाचा की तहरीर पर हिमांशु के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। पुलिस ने उसके मोबाइल और लैपटॉप को फॉरेंसिक जांच के लिए लैब भेज दिया है ताकि यह पता लगाया जा सके कि वीडियो कब और कैसे बनाए गए और क्या इन्हें कहीं और साझा किया गया है।
आरोपी का कबूलनामा
हिरासत में पूछताछ के दौरान हिमांशु राय ने चौंकाने वाला खुलासा किया। उसने स्वीकार किया कि वह पिछले एक साल से, यानी 2024 से, लॉज में रहने वाली छात्राओं के नहाते समय चुपके से वीडियो बना रहा था। उसने बताया कि वह बाथरूम के रोशनदान का इस्तेमाल करके वीडियो बनाता था और उन्हें अपने मोबाइल और लैपटॉप में स्टोर करता था। पुलिस के अनुसार, हिमांशु ने इन वीडियो का इस्तेमाल छात्राओं को ब्लैकमेल करने के लिए भी किया हो सकता है, हालांकि इसकी जांच अभी जारी है।
छात्राओं का गुस्सा
इस घटना ने लॉज में रहने वाली छात्राओं और स्थानीय लोगों में गुस्सा पैदा कर दिया है। छात्राओं ने बताया कि वे इस लॉज में सुरक्षित माहौल में पढ़ाई करने के लिए आई थीं, लेकिन इस तरह की घटना ने उनकी सुरक्षा पर सवाल उठा दिए हैं। स्थानीय लोगों ने भी इस घटना की कड़ी निंदा की और लॉज मालिकों से ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए कड़े कदम उठाने की मांग की। कई लोगों ने यह भी सवाल उठाया कि लॉज में रहने वाले परिवार के साथ रहने वाला युवक इतने लंबे समय तक इस तरह की हरकत कैसे कर सका।
पुलिस इस मामले को गंभीरता से ले रही है और यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि क्या हिमांशु ने इन वीडियो को किसी और के साथ साझा किया या किसी ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर अपलोड किया। साथ ही, पुलिस यह भी जांच कर रही है कि क्या हिमांशु का कोई आपराधिक इतिहास है या वह किसी अन्य अपराध में भी शामिल रहा है। कोतवाल यादवेंद्र पांडेय ने बताया कि मामले की गहन जांच की जा रही है और पीड़ित छात्राओं को न्याय दिलाने के लिए हर संभव प्रयास किया जाएगा।
राणा अंशुमान सिंह यूनिफाइड भारत के एक उत्साही पत्रकार हैं, जो निष्पक्ष और प्रभावी ख़बरों के सन्दर्भ में जाने जाना पसंद करते हैं। वह सामाजिक मुद्दों, धार्मिक पर्यटन, पर्यावरण, महिलाओं के अधिकारों और राजनीति पर गहन शोध करना पसंद करते हैं। पत्रकारिता के साथ-साथ हिंदी-उर्दू में कविताएँ और ग़ज़लें लिखने के शौकीन राणा भारतीय संस्कृति और सामाजिक बदलाव के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
