प्रमुख बिंदु-
नई दिल्ली: एशिया कप 2025 (Asia Cup 2025) की उलटी गिनती शुरू हो चुकी है, और इस बार सारा ध्यान भारत-पाकिस्तान के बीच होने वाले हाई-वोल्टेज मुकाबले पर है। भारत सरकार ने 14 सितंबर को दुबई में होने वाले इस बहुप्रतीक्षित मैच को मंजूरी दे दी है। खेल मंत्रालय ने साफ किया है कि मल्टीनेशनल टूर्नामेंट्स में पाकिस्तान के साथ खेलने पर कोई रोक नहीं होगी, लेकिन द्विपक्षीय सीरीज अब असंभव हैं। यह फैसला नई खेल नीति के तहत लिया गया है, जिसे हाल ही में लागू किया गया। हालांकि, पहलगाम आतंकी हमले के बाद इस मैच का विरोध भी तेज हो रहा है।
क्या है भारत सरकार की नई खेल नीति?
भारत सरकार ने 21 अगस्त 2025 को एक नई खेल नीति जारी की, जिसमें पाकिस्तान के साथ खेल संबंधों पर स्पष्ट रुख अपनाया गया है। इस नीति के चार प्रमुख बिंदु इस प्रकार हैं:
- मल्टीनेशनल टूर्नामेंट्स में हिस्सा: भारत अंतरराष्ट्रीय खेल संस्थाओं के नियमों और अपने खिलाड़ियों के हितों को ध्यान में रखते हुए मल्टीनेशनल इवेंट्स जैसे एशिया कप, ओलंपिक और विश्व कप में पाकिस्तान के साथ खेलेगा।
- द्विपक्षीय सीरीज पर रोक: भारतीय टीमें पाकिस्तान में किसी भी द्विपक्षीय प्रतियोगिता में हिस्सा नहीं लेंगी और न ही पाकिस्तानी टीमें भारत में खेल सकेंगी।
- वीजा प्रक्रिया में आसानी: अंतरराष्ट्रीय खेल आयोजनों की मेजबानी के लिए भारत को पसंदीदा जगह बनाने के लिए खिलाड़ियों, अधिकारियों और तकनीकी कर्मचारियों के लिए वीजा प्रक्रिया को सरल किया जाएगा।
- मल्टी-एंट्री वीजा: अंतरराष्ट्रीय खेल संस्थाओं के पदाधिकारियों को 5 साल तक की अवधि के लिए मल्टी-एंट्री वीजा दिया जाएगा।
इस नीति से साफ है कि भारत सरकार मल्टीनेशनल टूर्नामेंट्स में खेल भावना को बढ़ावा देना चाहती है, लेकिन द्विपक्षीय स्तर पर पाकिस्तान के साथ कोई रिश्ता नहीं रखेगी। हालांकि, नीति में यह स्पष्ट नहीं किया गया कि क्या भारत मल्टीनेशनल इवेंट्स के लिए पाकिस्तान जाएगा। इस साल की शुरुआत में चैंपियंस ट्रॉफी के लिए भारत ने पाकिस्तान जाने से इनकार कर दिया था, जिसके बाद मैच यूएई में आयोजित हुए थे।

Asia Cup 2025: भारत-पाकिस्तान के बीच तीन मुकाबले
एशिया कप 2025 का आयोजन 9 सितंबर से यूएई में शुरू होगा, जिसमें भारत और पाकिस्तान के बीच बहुप्रतीक्षित मुकाबला 14 सितंबर को दुबई इंटरनेशनल स्टेडियम में होगा। इस टी20 टूर्नामेंट में दोनों टीमें अधिकतम तीन बार आमने-सामने हो सकती हैं:
- पहला मैच: 14 सितंबर को लीग स्टेज में।
- दूसरा मैच: सुपर-4 राउंड में, अगर दोनों टीमें क्वालीफाई करती हैं, तो 21 सितंबर को।
- तीसरा मैच: फाइनल में, अगर दोनों टीमें पहुंचती हैं, तो 28 सितंबर को।
भारतीय टीम की कमान सूर्यकुमार यादव के हाथों में होगी, जबकि शुभमन गिल उपकप्तान होंगे। बीसीसीआई ने 19 अगस्त को 15 सदस्यीय टीम की घोषणा की, जिसमें जसप्रीत बुमराह, हार्दिक पांड्या और संजू सैमसन जैसे खिलाड़ी शामिल हैं। दूसरी ओर, पाकिस्तान ने भी 17 सदस्यीय स्क्वॉड का ऐलान किया है, जिसमें उनके तेज गेंदबाज और टॉप ऑर्डर बल्लेबाजों पर नजर होगी। यह मुकाबला न केवल खेल के लिहाज से, बल्कि टूर्नामेंट की दिशा तय करने के लिए भी महत्वपूर्ण होगा।

हॉकी एशिया कप से पाकिस्तान ने बनाई दुरी
पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत-पाकिस्तान क्रिकेट मैच का विरोध तेज हो गया है। पूर्व क्रिकेटर हरभजन सिंह और केदार जाधव ने इस मैच का बहिष्कार करने की मांग की है। हरभजन ने कहा, “देश के बलिदान के आगे यह मैच कुछ भी नहीं है।” सोशल मीडिया पर भी फैंस और कुछ नेता इस मुकाबले के खिलाफ आवाज उठा रहे हैं।
इसके अलावा, पाकिस्तान ने बिहार के राजगीर में 29 अगस्त से होने वाले हॉकी एशिया कप से हटने का फैसला किया है। आयोजकों ने उनकी जगह बांग्लादेश और कजाखस्तान को शामिल किया है। यह फैसला भी पहलगाम हमले के बाद दोनों देशों के बीच बढ़े तनाव का नतीजा माना जा रहा है। लोकसभा के मानसून सत्र में भी इस मुद्दे पर सवाल उठे थे।
वर्ल्ड चैंपियनशिप ऑफ लीजेंड्स (WCL) में भारतीय टीम ने पाकिस्तान के खिलाफ खेलने से इनकार कर दिया था, जिसे कई लोगों ने सराहा। हालांकि, एमिरेट्स क्रिकेट बोर्ड के सीईओ शुभान अहमद ने दावा किया है कि एशिया कप में ऐसी स्थिति नहीं होगी, क्योंकि सरकार की मंजूरी पहले ही ली जा चुकी है।
एशिया कप 2025 में भारत-पाकिस्तान का मुकाबला क्रिकेट प्रेमियों के लिए रोमांचक होगा, लेकिन यह राजनीतिक और सामाजिक विवादों से घिरा हुआ है। भारत सरकार की नई खेल नीति ने मल्टीनेशनल टूर्नामेंट्स में हिस्सा लेने की अनुमति देकर खेल भावना को प्राथमिकता दी है, लेकिन द्विपक्षीय संबंधों पर सख्ती बरकरार रखी है।
राणा अंशुमान सिंह यूनिफाइड भारत के एक उत्साही पत्रकार हैं, जो निष्पक्ष और प्रभावी ख़बरों के सन्दर्भ में जाने जाना पसंद करते हैं। वह सामाजिक मुद्दों, धार्मिक पर्यटन, पर्यावरण, महिलाओं के अधिकारों और राजनीति पर गहन शोध करना पसंद करते हैं। पत्रकारिता के साथ-साथ हिंदी-उर्दू में कविताएँ और ग़ज़लें लिखने के शौकीन राणा भारतीय संस्कृति और सामाजिक बदलाव के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
