प्रमुख बिंदु-
Independence Day 2025: 15 अगस्त 2025 को, भारत के 79वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल किले की प्राचीर से देश को संबोधित किया। यह उनका 12वां स्वतंत्रता दिवस भाषण था, जो 105 मिनट तक चला। इस ऐतिहासिक भाषण में, पीएम मोदी ने आत्मनिर्भर भारत मिशन को नई ऊंचाइयों तक ले जाने का संकल्प दोहराया और ऑपरेशन सिंदूर की सफलता को देश की ताकत का प्रतीक बताया। उन्होंने वैश्विक बाजारों में भारत की बढ़ती ताकत और अमेरिकी टैरिफ खतरों के बावजूद देश के अटल इरादों की बात की।
ऑपरेशन सिंदूर: आतंकवाद के खिलाफ भारत की हुंकार
पीएम मोदी ने अपने भाषण में ऑपरेशन सिंदूर को भारत की आतंकवाद के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई के रूप में रेखांकित किया। यह ऑपरेशन मई 2025 में शुरू हुआ, जब 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 लोगों की जान चली गई। मोदी ने कहा कि भारतीय सेना, नौसेना और वायुसेना ने मिलकर पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में आतंकी ठिकानों को नेस्तनाबूद कर दिया। “हमारी सेनाओं ने दुश्मन के इलाके में घुसकर आतंक की कमर तोड़ दी,” उन्होंने गर्व के साथ कहा।
मोदी ने यह भी स्पष्ट किया कि भारत अब आतंकवादियों और उनके प्रायोजकों के बीच अंतर नहीं करेगा। उन्होंने परमाणु धमकियों को खारिज करते हुए कहा, “भारत परमाणु ब्लैकमेल को बर्दाश्त नहीं करेगा। हम अपने समय और तरीके से जवाब देंगे।” ऑपरेशन सिंदूर ने न केवल आतंकी ढांचे को ध्वस्त किया, बल्कि यह भी दिखाया कि ‘मेक इन इंडिया’ की ताकत से लैस भारतीय सेनाएं अब किसी भी चुनौती से निपट सकती हैं।
From the ramparts of the Red Fort, talked about the success of Operation Sindoor and the feeling of pride it has invoked in the minds of every Indian. pic.twitter.com/1dJYi93g6O
— Narendra Modi (@narendramodi) August 15, 2025
जनता के लिए दीवाली का तोहफा
पीएम मोदी ने अपने भाषण में आर्थिक सुधारों की नई लहर की घोषणा की। उन्होंने कहा कि इस दीवाली, सरकार ‘नेक्स्ट-जेनरेशन जीएसटी’ लागू करेगी, जिसमें रोजमर्रा की वस्तुओं पर कर की दरें काफी कम होंगी। यह कदम छोटे व्यवसायों और आम जनता के लिए राहत लेकर आएगा। इसके साथ ही, ‘प्रधानमंत्री विकसित भारत रोजगार योजना’ की घोषणा की गई, जिसके तहत 1 लाख करोड़ रुपये की लागत से 3.5 करोड़ नौकरियां सृजित होंगी। इस योजना में पहली नौकरी पाने वाले युवाओं को 15,000 रुपये की सहायता दी जाएगी।
मोदी ने ‘सुदर्शन चक्र’ नामक एक उन्नत रक्षा प्रणाली विकसित करने की भी घोषणा की, जो 2035 तक भारत की रक्षा क्षमताओं को और मजबूत करेगी। इसके अलावा, समुद्री तेल और गैस की खोज के लिए ‘राष्ट्रीय गहरे समुद्र अन्वेषण मिशन’ की शुरुआत की जाएगी, जिसे उन्होंने ‘समुद्र मंथन’ का नाम दिया।

आत्मनिर्भर भारत: वैश्विक मंच पर भारत की पहचान
मोदी ने आत्मनिर्भर भारत को देश की ताकत का आधार बताया। उन्होंने कहा, “आत्मनिर्भरता सिर्फ आयात-निर्यात या रुपये-डॉलर की बात नहीं है, यह हमारी क्षमता और आत्मविश्वास से जुड़ा है।” उन्होंने ‘मेक इन इंडिया’ के तहत रक्षा क्षेत्र में पिछले दस वर्षों की प्रगति को रेखांकित किया, जिसके परिणामस्वरूप ऑपरेशन सिंदूर जैसी सफलताएं मिलीं।
प्रधानमंत्री ने सेमीकंडक्टर क्षेत्र में भारत की प्रगति पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि इस साल के अंत तक ‘मेड इन इंडिया’ सेमीकंडक्टर चिप्स बाजार में उपलब्ध होंगे, जो भारत को तकनीकी आत्मनिर्भरता की दिशा में एक बड़ा कदम है। इसके अलावा, उन्होंने अंतरिक्ष क्षेत्र में भारत के महत्वाकांक्षी कदमों की घोषणा की, जिसमें अपनी अंतरिक्ष स्टेशन की योजना शामिल है। मोदी ने कहा, “हमारी आत्मनिर्भरता हमें वैश्विक बाजारों में अजेय बनाएगी, चाहे अमेरिका जैसे देश टैरिफ की धमकी दें या कोई और चुनौती आए।”

एकजुट भारत: 140 करोड़ सपनों का उत्सव
मोदी ने अपने भाषण में एकजुटता और समावेशी विकास पर जोर दिया। उन्होंने कहा, “स्वतंत्रता का पर्व 140 करोड़ संकल्पों का उत्सव है।” उन्होंने महिलाओं, युवाओं, किसानों और आदिवासी समुदायों को राष्ट्र निर्माण में सक्रिय भागीदारी के लिए प्रेरित किया। उन्होंने हाल की प्राकृतिक आपदाओं से प्रभावित लोगों के प्रति संवेदना व्यक्त की और केंद्र व राज्य सरकारों की ओर से राहत कार्यों का आश्वासन दिया।
प्रधानमंत्री ने संविधान को देश का मार्गदर्शक बताया और ‘सबका साथ, सबका विकास’ के मंत्र को दोहराया। उन्होंने ‘वोकल फॉर लोकल’ की अपील करते हुए स्वदेशी उत्पादों को बढ़ावा देने की बात कही, ताकि भारत की आर्थिक और औद्योगिक ताकत और मजबूत हो।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का 2025 का स्वतंत्रता दिवस भाषण भारत के आत्मविश्वास, आत्मनिर्भरता और वैश्विक मंच पर बढ़ते कद का प्रतीक है। ऑपरेशन सिंदूर की सफलता और आत्मनिर्भर भारत के विजन ने देशवासियों में नया जोश भरा। आर्थिक सुधारों और तकनीकी प्रगति की घोषणाओं ने भारत के विकसित राष्ट्र बनने के सपने को और मजबूत किया। जैसा कि मोदी ने कहा, “हर पल मेरा देश के लिए है, हर सांस राष्ट्र के नाम है।” यह भाषण न केवल नीतियों का ऐलान था, बल्कि 140 करोड़ भारतीयों के सपनों को एकजुट करने का आह्वान भी था। जय हिंद!
राणा अंशुमान सिंह यूनिफाइड भारत के एक उत्साही पत्रकार हैं, जो निष्पक्ष और प्रभावी ख़बरों के सन्दर्भ में जाने जाना पसंद करते हैं। वह सामाजिक मुद्दों, धार्मिक पर्यटन, पर्यावरण, महिलाओं के अधिकारों और राजनीति पर गहन शोध करना पसंद करते हैं। पत्रकारिता के साथ-साथ हिंदी-उर्दू में कविताएँ और ग़ज़लें लिखने के शौकीन राणा भारतीय संस्कृति और सामाजिक बदलाव के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।