Home Loan लेने से पहले ये जान लें यह 5 बातें, लाखों की हो सकती है बचत

Home Loan

आर्थिक डेस्क: घर खरीदना हर व्यक्ति का सपना होता है, लेकिन यह एक बड़ा वित्तीय फैसला भी है। होम लोन (Home Loan) लेते समय ज्यादातर लोग सिर्फ ब्याज दरों पर ध्यान देते हैं और बाकी जरूरी बातों को नजरअंदाज कर देते हैं। इससे लंबे समय में लाखों रुपये का नुकसान हो सकता है। ब्याज दर-स्प्रेड, एलटीवी रेश्यो, प्रीपेमेंट शर्तें, प्रोसेसिंग चार्ज, लोन प्रोसेसिंग समय और क्रेडिट स्कोर जैसे कारक आपके लोन की लागत और सुविधा को बहुत प्रभावित करते हैं। इस लेख में हम आपको इन सभी पहलुओं के बारे में विस्तार से बताएंगे, ताकि आप सही बैंक चुनकर अपने सपनों के घर के लिए किफायती लोन ले सकें।

WhatsApp Channel Join Now
Instagram Profile Join Now

1. ब्याज दर और स्प्रेड: छोटा अंतर, बड़ा असर

होम लोन की ब्याज दर सिर्फ रेपो रेट पर निर्भर नहीं करती। इसमें एक अतिरिक्त हिस्सा होता है जिसे स्प्रेड कहते हैं। यह वह मार्जिन है जो बैंक रेपो रेट (वर्तमान में 6.5%) के ऊपर जोड़ता है। उदाहरण के लिए, यदि एक बैंक का स्प्रेड 1.5% है, तो आपकी ब्याज दर 8% हो सकती है। लेकिन अगर दूसरा बैंक 3% स्प्रेड जोड़ता है, तो ब्याज दर 9.5% हो जाएगी। यह छोटा-सा अंतर लंबी अवधि में आपकी जेब पर भारी पड़ सकता है।

मान लीजिए, आप 50 लाख रुपये का होम लोन 20 साल के लिए लेते हैं। 8% ब्याज दर पर आपकी मासिक EMI लगभग 41,822 रुपये होगी, जबकि 9.5% पर यह बढ़कर 46,606 रुपये हो जाएगी। इस अंतर से 20 साल में आप लगभग 11.45 लाख रुपये ज्यादा चुकाएंगे। इसलिए, लोन लेने से पहले विभिन्न बैंकों के स्प्रेड की तुलना करें। हाल के समाचारों के अनुसार, कुछ बैंक जैसे HDFC बैंक और SBI 7.35%-8.95% की ब्याज दरें ऑफर कर रहे हैं, लेकिन स्प्रेड की जानकारी के लिए उनकी वेबसाइट या शाखा से संपर्क करें।

Home Loan

2. एलटीवी रेश्यो: ज्यादा लोन के लिए सही बैंक चुनें

लोन-टू-वैल्यू (LTV) रेश्यो यह तय करता है कि प्रॉपर्टी की कीमत का कितना प्रतिशत लोन के रूप में मिलेगा। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के दिशानिर्देशों के अनुसार:

  • 30 लाख तक की प्रॉपर्टी: अधिकतम 90% LTV
  • 30-75 लाख की प्रॉपर्टी: अधिकतम 80% LTV
  • 75 लाख से अधिक की प्रॉपर्टी: अधिकतम 75% LTV

उदाहरण के लिए, यदि आप 60 लाख की प्रॉपर्टी खरीद रहे हैं और बैंक 80% LTV देता है, तो आपको 48 लाख रुपये का होम लोन मिलेगा। लेकिन अगर दूसरा बैंक 70% LTV देता है, तो लोन सिर्फ 42 लाख रुपये का होगा। उच्च LTV रेश्यो कम डाउन पेमेंट की सुविधा देता है, लेकिन ब्याज दरें और जोखिम बढ़ सकते हैं। कम LTV रेश्यो वाले लोन में ब्याज दरें कम हो सकती हैं, क्योंकि बैंक का जोखिम कम होता है। अपनी आय और क्रेडिट स्कोर के आधार पर सही LTV रेश्यो चुनें।

Home Loan

3. प्रीपेमेंट और प्रोसेसिंग चार्ज: छिपी लागत से बचें

होम लोन लेते समय प्रीपेमेंट शर्तें और प्रोसेसिंग चार्ज पर ध्यान देना जरूरी है। कुछ बैंक प्रीपेमेंट पर कोई शुल्क नहीं लेते, खासकर फ्लोटिंग रेट लोन पर, जबकि फिक्स्ड रेट लोन में 2-4% शुल्क हो सकता है। उदाहरण के लिए, यदि आप 60 लाख रुपये का लोन लेते हैं और 0.5% प्रोसेसिंग फीस है, तो आपको 30,000 रुपये देने होंगे। कुछ बैंक, जैसे SBI और HDFC, प्रीपेमेंट पर लचीलापन और कम प्रोसेसिंग फीस ऑफर करते हैं।

प्रीपेमेंट की सुविधा आपको होम लोन जल्दी चुकाने में मदद करती है, जिससे ब्याज की बचत होती है। हाल के समाचारों में यह बताया गया कि कुछ हाउसिंग फाइनेंस कंपनियां प्रीपेमेंट के नाम पर अनुचित शुल्क वसूल रही थीं, लेकिन अब RBI की सख्ती के बाद यह प्रथा कम हो रही है। हमेशा प्रीपेमेंट नियम और प्रोसेसिंग फीस की तुलना करें।

Home Loan

4. लोन प्रोसेसिंग समय: तेजी से लोन, कम खर्च

लोन प्रोसेसिंग में लगने वाला समय भी महत्वपूर्ण है। कुछ बैंक, जैसे HDFC और ICICI, 7-10 दिनों में लोन मंजूर कर देते हैं, जबकि अन्य को 30 दिन तक लग सकते हैं। तेजी से मंजूरी मिलने से आपका किराया या ब्याज का खर्च बच सकता है। उदाहरण के लिए, यदि आप किराए पर रह रहे हैं और लोन में देरी होती है, तो आपको अतिरिक्त किराया देना पड़ सकता है। इसके अलावा, लोन मंजूरी के बाद बैंक की सेवाएं, जैसे समय पर ब्याज सर्टिफिकेट या अकाउंट स्टेटमेंट, भी महत्वपूर्ण हैं। अच्छी ग्राहक सेवा वाले बैंक चुनें।

Home Loan

5. क्रेडिट स्कोर: कम ब्याज की कुंजी

आपका क्रेडिट स्कोर होम लोन की ब्याज दर और मंजूरी में बड़ा रोल निभाता है। 750 से अधिक स्कोर वाले आवेदकों को कम ब्याज दरें (7.35%-8.5%) मिलने की संभावना होती है। कम स्कोर (650 से नीचे) होने पर ब्याज दरें 9% से अधिक हो सकती हैं। क्रेडिट स्कोर सुधारने के लिए:

  • समय पर EMI और क्रेडिट कार्ड बिल चुकाएं।
  • पुराने लोन को जल्दी चुकाने की कोशिश करें।
  • क्रेडिट ब्यूरो (CIBIL, Experian) से मुफ्त स्कोर चेक करें।

महिलाओं को अक्सर कम ब्याज दरें मिलती हैं। इसलिए, पत्नी के साथ संयुक्त होम लोन लेना फायदेमंद हो सकता है। हाल के समाचारों में बताया गया कि बैंकों ने क्रेडिट स्कोर के आधार पर लोन ऑफर को और पारदर्शी बनाया है।

Home Loan

हाल की जानकारी

2025 में होम लोन ब्याज दरें 7.35% से शुरू हो रही हैं, जिसमें SBI, HDFC, और Bajaj Housing Finance जैसे बैंक आकर्षक ऑफर दे रहे हैं। हाल ही में, RBI ने बैंकों को प्रीपेमेंट और प्रोसेसिंग शुल्क में पारदर्शिता लाने के लिए दिशानिर्देश जारी किए हैं। इसके अलावा, कुछ हाउसिंग फाइनेंस कंपनियों पर अनुचित शुल्क वसूलने के लिए कार्रवाई की गई है, जिससे उधारकर्ताओं को राहत मिली है। बाजार में रेपो रेट स्थिर होने के कारण ब्याज दरें भी स्थिर हैं, लेकिन विशेषज्ञों का कहना है कि अगले कुछ महीनों में इसमें बदलाव हो सकता है।

होम लोन लेना एक लंबी अवधि की वित्तीय प्रतिबद्धता है। ब्याज दर-स्प्रेड, LTV रेश्यो, प्रीपेमेंट शर्तें, प्रोसेसिंग चार्ज और क्रेडिट स्कोर जैसे कारकों पर ध्यान देकर आप लाखों रुपये बचा सकते हैं। विभिन्न बैंकों की तुलना करें, उनकी वेबसाइट पर उपलब्ध कैलकुलेटर का उपयोग करें और अपनी वित्तीय स्थिति के अनुसार सही लोन चुनें। छोटे-छोटे फैसले, जैसे कम स्प्रेड वाला बैंक चुनना या क्रेडिट स्कोर सुधारना, आपके सपनों के घर को और किफायती बना सकते हैं।

डिस्क्लेमर: यूनिफाइड भारत द्वारा प्रदान की गई जानकारी केवल सामान्य मार्गदर्शन के लिए है। होम लोन या वित्तीय निर्णय लेने से पहले, कृपया संबंधित बैंक या वित्तीय संस्थान से संपर्क करें और विशेषज्ञ सलाह लें। ब्याज दरें, शर्तें और नियम समय के साथ बदल सकते हैं।

Logitech MX Master 4 लॉन्च! अनुराग कश्यप की क्राइम-ड्रामा वाली 9 फिल्में जो दिमाग हिला दे! BMW खरीदने का सुनहरा मौका Best Adventure Bike Home Loan लेने से पहले करें ये 7 जरूरी काम, नहीं होंगे कभी भी परेशान! प्रेमानंद जी की बताई ये 5 बातें आपको जीवन के हर मोड़ पर दिलाएंगी सफलता